बैंकों में भीड़ कम, परेशानी बरकरार

नोटबंदी. किसी ने आसानी से बदले बड़े नोट, तो किसी को लौटना पड़ा बैरंग भागलपुर : नोटबंदी से शुरू हुआ अफरातफरी का दौर अभी थमा नहीं है. भले ही बड़े नोटों को बदलने के लिए लोगों की भीड़ में कमी आयी है, मगर परेशानी बरकरार है. सोमवार को आलम यह रहा कि किसी ने आसानी […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 22, 2016 5:34 AM

नोटबंदी. किसी ने आसानी से बदले बड़े नोट, तो किसी को लौटना पड़ा बैरंग

भागलपुर : नोटबंदी से शुरू हुआ अफरातफरी का दौर अभी थमा नहीं है. भले ही बड़े नोटों को बदलने के लिए लोगों की भीड़ में कमी आयी है, मगर परेशानी बरकरार है. सोमवार को आलम यह रहा कि किसी ने आसानी से बड़े नोट बदले, तो किसी को बैंकिंग शाखाओं से उन्हें बैरंग लौटना पड़ा. अमूमन सभी बैंकों की शाखाओं में लोगों की कतारें लगी थी. एसबीआइ की मुख्य शाखा में चार काउंटर खुले थे, जिसमें एक काउंटर पर केवल बड़े नोटों को बदला गया.
अन्य काउंटरों पर बड़े नोटों की अदला-बदली सहित डिपोजिट व निकासी का काम हुआ. नये नियम के तहत बड़े नोट बदलने के लिए आने वालों की अंगुली में स्याही लगायी गयी. 2000 रुपये तक ही बड़े नोट बदले गये. यहां लगभग ढाई बजे तक भीड़ कम हो गयी. फिर भी शाम चार बजे तक बड़े नोटों को बदलने के लिए शाखा को खुला रखा गया. ग्राहकों ने भी इस बात को स्वीकार किया कि नोट बदलने के आने वालों को बैंकिंग सेवा-सुविधा मिली. सूजागंज के रमेश ने बताया कि लंबी लाइन के बावजूद उन्हें बड़े नोट बदलने में महज आधा घंटा ही खड़ा रहना
पड़ा. स्टेशन चौक रोड के रामाकांत मुख्य शाखा से बड़े नोट बदलकर निकल रहे थे, उनसे पूछने पर बताया कि कोई दिक्कत नहीं हुई. लाइन में लगे और थोड़ी देर में ही उनकी बाकी आ गया और उन्होंने बड़े नोट बदला. खंजरपुर की मंजू ने बतायी कि उन्होंने भी आसानी से नोट
बदलवाया. बैंक अधिकारी के अनुसार शहरी क्षेत्र की सभी 14 शाखाओं में बड़े नोटों की अदला-बदली हुई है. लोगों को किसी प्रकार की कोई दिक्कत नहीं होने दी है. इधर, नोट की अदला-बदली को लेकर लोगों को थोड़ी बहुत दिक्कतें यूको बैंक की शाखाओं में हुई. इसका मुख्य कारण नकदी का अभाव रहा. यूको बैंक की कुछ शाखाओं में तो लाइन में घंटे भर खड़े रहने वाले लोगों को बैरंग लौटना पड़ा. नकदी के अभाव में यह स्थिति बनी. फिर भी बैंकिंग अधिकारी का दावा है कि कोई खाली हाथ निराश होकर नहीं लौटे. सभी का कम ही सही, मगर बड़े नोट बदल कर उन्हें ब्रांच से भेजा है.
कुछ ब्रांच में रही नकदी की कमी : बैंकिंग अधिकारी के अनुसार जिले के सभी क्षेत्रों के 29 बैंकों की 235 शाखाएं हैं, जिसमें 150 शाखाओं में लोगों ने आसानी से बड़े नोट बदले, तो 50 शाखाओं में केवल लोगों की जरूरत पूरी की गयी. यानी, किसी को 2000 के बड़े नोट बदलने थे, तो उनका 1000 या 1500 रुपये तक नोट बदल कर दूसरों काे भी मौका दिया गया. वहीं 35 ऐसी शाखा रही, जिसमें से किसी में कुछ घंटे, तो किसी में नोट बदलने का काम नहीं हुआ. जिस बैंकों की शाखाओं में नोट नहीं बदले गये, वहां नकदी की कमी रही है.
एसबीआइ में नहीं दिखी नकदी की कमी, सभी के बदले गये बड़े नोट
नोट बदलवाने लोग कम आ रहे लेकिन पैसे की निकासी के लिएबैंक पहुंचे ग्राहक
बड़े नोटों को बदलने के लिए लोगों की भीड़ में कमी आयी है. सभी बैंकों के ब्रांचों में नोटों की अदला-बदली हुई. नकदी की कमी वाले ब्रांचों में भी लोगों को लौटाया नहीं गया. थोड़ा-बहुत ही सही, मगर सभी के नोट बदले गये हैं. दो-चार दिन में स्थिति सामान्य हो जायेगी. ऐसी स्थिति बन जायेगी कि जो कोई आयेगा, उन्हें लाइन में भी लगने की जरूरत नहीं पड़ेगा. वे आसानी से बड़े नोट बदल सकेंगे.
आनंद मोहन दास, एलडीएम
बड़े नोटों की अदला-बदली को लेकर अब भीड़ नहीं रही. लोग आसानी से ब्रांच पहुंच कर नोट बदल रहे हैं. एसबीआइ के पास रुपये की कोई कमी नहीं है. एसबीआइ खुद सक्षम है कि लोगों के 2000 के नोट को 100 के नोट से बदल सके. बैंकों में नोटों की अदला-बदली को लेकर जो अफरातफरी थी, वह अब सामान्य हो चुकी है. अगले दो-चार दिनों में ऐसी स्थिति बन जायेगी कि लोग ब्रांच पहुंचेंगे और बिना लाइन में लगे वह आसानी से बड़े नोट बदल सकेंगे.
विनय कुमार, क्षेत्रीय प्रबंधक, एसबीआइ
बाजार क्षेत्र में स्थित सेंट्रल बैंक में लगी लोगों की भीड़
लाइन में खड़े रहने के बजाय लोगों ने खाते में जमा किये बड़े नोट
बैंक अधिकारी के अनुसार भीड़ में कमी आयी है, जिसका मुख्य कारण लोगों में जागरूकता है. जिस किसी के पास अभी भी बड़े नोट है, वे अब सीधे खाते में पुराने नोट जमा करने लगे हैं. सोमवार को भी एसबीआइ, यूको बैंक, इलाहाबाद, बैंक ऑफ इंडिया, बैंक ऑफ महाराष्ट्रा, देना, यूनाइटेड, बैंक ऑफ बड़ौदा, सिडिंकेट, विजिया बैंक, यूनियन आदि बैंकों की शाखाओं में लोगों ने खाते में पुराने नोट जमा किये. अधिकारी ने बताया कि एटीएम में कैश रहने की वजह से लोग अब बड़े नोट खाते में जमा कर रहे हैं और एटीएम व चेक से निकासी करने लगे हैं.

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