बढ़ा नेट बैंकिंग का उपयोग
भागलपुर : नोटबंदी के बाद नेट बैंकिंग का उपयोग ज्यादा होने लगे हैं. जिस किसी के पास नेटबैंकिंग की सुविधा है, उनके द्वारा कई तरह के पेमेंट नेट बैंकिंग के जरिये कर रहे हैं. कोई इंश्योरेंस का प्रीमियम भुगतान कर रहे हैं, तो कोई मोबाइल, डिश टीवी का रिचार्ज. कल तक जो दूसरे के खाते […]
भागलपुर : नोटबंदी के बाद नेट बैंकिंग का उपयोग ज्यादा होने लगे हैं. जिस किसी के पास नेटबैंकिंग की सुविधा है, उनके द्वारा कई तरह के पेमेंट नेट बैंकिंग के जरिये कर रहे हैं. कोई इंश्योरेंस का प्रीमियम भुगतान कर रहे हैं, तो कोई मोबाइल, डिश टीवी का रिचार्ज. कल तक जो दूसरे के खाते में पैसा जमा करने के लिए बैंक जाते थे, वह अब नेट बैंकिंग के जरिये ही फंड ट्रांसफर करने लगे हैं.
यहां तक कि फिक्स्ड डिपॉजिट और रेकरिंग डिपॉजिट भी नेट बैंकिंग का इस्तेमाल कर किया जाने लगा है. हालांकि नोटबंदी के बाद से यह आसान उपाय लोगों के लिए जरूरत भी है और सहूलियत भी. मगर, आपकी सावधानी ही आपको गड़बड़ी से बचा सकती है.
आइए जानें, किस तरह से आपकी सावधानी आपको गड़बड़ी से बचा सकती है
साइबर कैफे या किसी दूसरे कंप्यूटर से नेट बैकिंग का उपयोग करने से बचें.
दूसरे कंप्यूटर से अपना अकाउंट खोलें तो पासवर्ड बदल लें.
ऑनलाइन बैंकिंग के जरिये काम समाप्त हो जाये, तो सीधे ब्राउजर बंद करने की बजाय लॉग आउट करें.
नेट बैंकिंग का इस्तेमाल करने के बाद ब्राउजर का हिस्ट्री डिलीट कर दें.
कंप्यूटर से टेंपरेरी फाइल भी डिलीट कर दें.
नेट बैंकिंग का पासवर्ड बदलते रहें.
नेट बैंकिंग का पासवर्ड किसी को न बताये और इसे किसी जगह लिखकर न रखें.
ब्राउजर पर सेव पासवर्ड का ऑप्शन सलेक्ट न करें.
कंप्यूटर में लाइंसेस एंटी-वायरस का प्रयोग करें.
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