चार से ऑटो के लिए कोड व रूट

परिवहन. ट्रैफिक मैनेजमेंट व अतिक्रमण को लेकर चली बड़ी बहस, हुआ निर्णय ऑटो की संख्या के लिए डीटीओ की कमेटी गठित चार से आठ दिसंबर तक ऑटो को मिलेगा रूट कोड ऑटो पड़ाव वाली जगह पर लगेगा जानकारी का बोर्ड भागलपुर : पुलिस शहर के सभी ऑटो का कोड और रूट निर्धारण करेगी. इसके लिए […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 30, 2016 5:43 AM

परिवहन. ट्रैफिक मैनेजमेंट व अतिक्रमण को लेकर चली बड़ी बहस, हुआ निर्णय

ऑटो की संख्या के लिए डीटीओ की कमेटी गठित
चार से आठ दिसंबर तक ऑटो को मिलेगा रूट कोड
ऑटो पड़ाव वाली जगह पर लगेगा जानकारी का बोर्ड
भागलपुर : पुलिस शहर के सभी ऑटो का कोड और रूट निर्धारण करेगी. इसके लिए चार से आठ दिसंबर तक हवाई अड्डा में कैंप लगेगा. इस कैंप में ऑटो चालकों को मिले कोड व रूट का पालन हर हाल में करना होगा. ऐसा नहीं करने पर उनसे जुर्माना वसूला जायेगा. यह निर्णय एसएसपी मनोज कुमार और सदर अनुमंडल अधिकारी कुमार अनुज की शहर के ऑटो, ई रिक्शा यूनियन के सदस्यों, स्कूल संचालक आदि के साथ बैठक में लिया गया. इस दौरान शहरी क्षेत्र में स्कूली बसों के ठहराव स्थल,
ओवर लोड के खिलाफ चालान, ट्रैफिक नियम तोड़ने पर जुर्माना आदि पर भी निर्णय लिये गये. बता दें कि स्मार्ट सिटी में शहर को जाम और अतिक्रमण से मुक्त करने को लेकर प्रमंडलीय आयुक्त अजय कुमार चौधरी के साथ बैठक में एसएसपी ने ऑटो रूट निर्धारण का प्रस्ताव पूर्व में ही दे दिया है. इस पर प्रशासन की मुहर भी लग चुकी है. चार दिसंबर से इस व्यवस्था पर काम शुरू हो जायेगा.
ऑटो चालकों को मिलेगा प्रोफाॅर्मा : चार दिसंबर से हवाई अड्डा में लगनेवाले कैंप में प्रत्येक ऑटो चालक को एक प्रोफॉर्मा मिलेगा. इसमें ऑटो का नंबर, चालक का नाम, प्रदूषण व परमिट की तिथि सहित रूट का नाम होगा. यह प्रोफॉर्मा ऑटो के आगे वाले भाग पर चिपका रहेगा. इसकी जांच रूट पर खड़े ट्रैफिक कर्मी करेंगे. प्रोफॉर्मा में दर्ज जानकारी से भिन्नता पाये जाने पर कार्रवाई का प्रावधान होगा.
डीटीओ के नेतृत्व में ऑटो रूट के लिए कमेटी गठित : डीटीओ संजय कुमार के नेतृत्व में ऑटो रूट के लिए कमेटी गठित की गयी है. इस कमेटी में मोटरयान निरीक्षक, यातायात निरीक्षक आदि शामिल हैं. यह कमेटी शहरी क्षेत्र के ऑटो का रूट तय करेगी. इसके आधार पर ही ऑटो काे रूट परमिट दिया जायेगा. कमेटी रूट पर यात्रियों की भीड़ के आधार पर ऑटो की संख्या तय करेगी.
ऑटो के चालक के दोनों ओर नहीं बैठेंगे यात्री : बैठक में कहा गया कि ऑटो चालक अपने बैठने वाली सीट के दोनों ओर यात्री बैठा लेते हैं. इस ओवरलोड के होने से हादसे होने की आशंका रहती है. सभी ऑटो चालक इस बात का ख्याल रखेंगे. ऑटो के ठहराव स्थल पर चेंबर ऑफ कॉमर्स की तरफ से होर्डिंग लगेगा, जिसमें विभिन्न तरह की जानकारी का भी उल्लेख रहेगा.
बैठक में उपस्थित एसएसपी, एसडीओ व अन्य.
चालक जहां चाहेंगे, वहां नहीं रोक पायेंगे स्कूल बस
अब स्कूल बस चालक भी अपनी मनमर्जी से जहां-तहां बस नहीं रोक पायेंगे. स्कूल बस के जहां-तहां रुकने से लगानेवाले जाम को लेकर बस का ठहराव तय किया जायेगा. वहां स्कूल संचालक अपने विद्यार्थियों को खड़ा होने की सूचना पूर्व में ही देंगे. चालक व कंडक्टर यूनिफॉर्म में होंगे और उस पर नेम प्लेट लगा होगा.
दो दिन बाद फिर चलेगा अितक्रमण हटाओ अभियान
तिलकामांझी से चंपानाला तक सड़क किनारे दोबारा अतिक्रमण पर होगी कार्रवाई
अतिक्रमण वाले पुराने स्थल पर दुकान लगानेवाले होंगे सीधे गिरफ्तार
सदर एसडीओ कुमार अनुज ने कहा कि अतिक्रमण के पहले चरण में मुक्त करायी गयी सड़क पर कई जगह पर अवैध दुकानदारी हो रही है. इस बार के अभियान में ऐसी जगहों पर दुकान लगानेवालों को सीधे गिरफ्तार किया जायेगा. इस बार के अभियान में जिस सड़क पर कार्रवाई होगी, वहां 48 घंटे पहले मुनादी करा दी जायेगी, ताकि लोग खुद ही कब्जा छोड़ दें. इसके दो दिन बाद तिलकामांझी से चंपानाला तक अतिक्रमण हटाओ अभियान चलाया जायेगा. मॉल, शॉपिंग कांप्लेक्स को पार्किंग के लिए अपना जगह देने के लिए कहा गया है. अगर अभियान में अवैध पार्किंग की स्थिति देखी जाती है तो उनकी दुकान को बंद कर दिया जायेगा. सरकारी जमीन पर वाहनों की पार्किंग कतई बरदाश्त नहीं होगी. उन्होंने व्यावसायिक प्रतिष्ठान के संचालक को स्पष्ट कहा कि रात नौ बजे से सुबह सात बजे तक ही बाजार क्षेत्र में ट्रकों से माल लाेड या अनलोड करने की इजाजत होगी. इसके अतिरिक्त समय में दिखने वाले वाहन को सीधा इंपाउंड किया जायेगा. सड़क पर वाहनों के लोड-अनलोड से जाम लग जाता है.
पहले चरण के अतिक्रमण हटाओ अभियान में लोगों का सहयोग मिला था, जिससे शहर की कई सड़कों को प्रशासन जाम मुक्त बनाने में काफी हद तक सफल हुआ है. इस बार भी अभियान का मुख्य उद्देश्य सड़क को कब्जा मुक्त करना है. लोगों से अपील है कि वह सरकारी जगह को कब्जा मुक्त कर दें, ताकि कार्रवाई के समय उन्हें प्रशासनिक कार्रवाई का सामना नहीं करना पड़े.
कुमार अनुज, सदर एसडीओ.

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