एक सप्ताह में आयेंगे 500 करोड़ रुपये!
भागलपुर : दो हजार के नोट बैंक-एटीएम से लेकर बाजार में दौड़ रहे हैं, लेकिन अधिकतर एटीएम से 500 व 100 के नोट गायब है. महज आठ प्रतिशत एटीएम में ही पांच सौ या सौ-साै रुपये के नोट बचे हैं. बैंक सूत्रों के अनुसार 100-500 के नोट की कमी को देखते हुए भागलपुर से रिजर्व […]
भागलपुर : दो हजार के नोट बैंक-एटीएम से लेकर बाजार में दौड़ रहे हैं, लेकिन अधिकतर एटीएम से 500 व 100 के नोट गायब है. महज आठ प्रतिशत एटीएम में ही पांच सौ या सौ-साै रुपये के नोट बचे हैं. बैंक सूत्रों के अनुसार 100-500 के नोट की कमी को देखते हुए भागलपुर से रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया को 500 करोड़ रुपये के नोट की मांग की है, जो एक सप्ताह में मिल जायेगी. हालांकि स्थानीय बैंक अधिकारी इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं कर रहे हैं. जिला अग्रणी प्रबंधक (एलडीएम) आनंद मोहन दास ने बताया कि पूर्व में ही आरबीआइ को 500 करोड़ रुपये के नोट देने की डिमांड भेज दी गयी है.
कार्ड स्वैप मशीन की मांग पूरी करने में हांफ रहे बैंक : पीएम नरेंद्र मोदी के कैसलेस इंडिया के सपनों को कार्ड स्वैप मशीन की आपूर्ति झटका दे रही है. भागलपुर की बात करें तो अब तक विभिन्न बैंकों से यहां के कारोबारियों द्वारा की गयी मांग में महज 17 प्रतिशत मांग को बैंक पूरा कर पाये. आलम यह है कि कार्ड स्वैप मशीन की आपूर्ति करने वाली मुंबइया कंपनी ने मांग के अनुरूप आपूर्ति करने पर हाथ खड़े कर दिये हैं. बैंक अधिकारियों के अनुसार जिस हिसाब से लोगों के आवेदन पत्र आ रहे हैं,
उसे पूरा करने में कम से कम एक माह का वक्त लगेगा. एलडीएम भागलपुर आनंद मोहन दास बताते हैं कि अब तक विभिन्न बैंकों से भागलपुर के कारोबारियों ने करीब 3000 कार्ड स्वैप की मांग की है. इनमें से करीब 400 से 500 लोगाें को ही कार्ड स्वैप मशीन मुहैया करायी जा सकी है. एसबीआइ भागलपुर के रीजनल मैनेजर विनय कुमार बताते हैं कि एसबीआइ की तरफ से नोटबंदी के बाद अभी तक 300 से अधिक लोगों ने कार्ड स्वैप मशीन की मांग की है. अभी हर रोज दो दर्जन से अधिक आवेदन आ रहे हैं, जबकि इनमें से महज 50-60 लोगों को ही मशीन मुहैया करायी जा सकी है.
मशीन मिलने में कम से कम एक माह की देरी
एसबीआइ भागलपुर के क्षेत्रीय प्रबंधक बताते हैं कि कार्ड स्वैप मशीन के लिए जो डिमांड लेटर आता है, उसे कारपोरेट आफिस भेज दिया जाता है. वहां से कार्ड स्वैप मशीन देने वाली कंपनी को इ-मेल कर दिया जाता है. जिस तरह से दिन ब दिन मांग बढ़ रही है. ऐसे में लगता है कि आवेदन करने के बाद लोगों को मशीन मिलने में कम से कम एक माह का समय लगेगा.
2000 के नोट से ग्राहकों को परेशानी
बाजार क्षेत्र के अधिकतर एटीएम में 2000 के नोट आ रहे थे. खलीफाबाग चौक के पास आइडीबीआइ बैंक के एटीएम से कई लोगों को वापस इसलिए लौटना पड़ा कि यहां पर 2000 के नोट निकल रहे थे. कुछेक लोग 2000 के नोट निकालकर भी निराश थे. यही हाल एचडीएफसी बैंक के एटीएम का था. लोगों का कहना था कि 2000 के नोट अधिकतर दुकानदार लेने से परहेज करते हैं. इसे छुट्टा कराने में काफी दिक्कत आती है. सभी दुकानदार या ग्राहक के पास पर्याप्त मात्रा में 100 के नोट नहीं होते हैं.