नये शोध से ही नवीन ज्ञान का सृजन : वीसी

अध्यापक शिक्षा महाविद्यालय भागलपुर में पासआउट विद्यार्थियों को दिया गया प्रमाण पत्र भागलपुर : गुरु के अंदर वह शक्ति होती है कि छात्र की जिज्ञासा को पहचानकर उसे उसकी मंजिल तक पहुंचाते हैं. शिक्षक के अंदर वह चुम्बकत्व शक्ति हो जिससे छात्र अनायास ही आकर्षित हो जायें. वे अपने ज्ञान को अपडेट करते रहें. नया […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 22, 2016 5:38 AM

अध्यापक शिक्षा महाविद्यालय भागलपुर में पासआउट विद्यार्थियों को दिया गया प्रमाण पत्र

भागलपुर : गुरु के अंदर वह शक्ति होती है कि छात्र की जिज्ञासा को पहचानकर उसे उसकी मंजिल तक पहुंचाते हैं. शिक्षक के अंदर वह चुम्बकत्व शक्ति हो जिससे छात्र अनायास ही आकर्षित हो जायें. वे अपने ज्ञान को अपडेट करते रहें. नया ज्ञान शोध से ही पैदा होगा. नये ज्ञान की प्राप्ति और उसका विस्तार करना ही शिक्षा संस्थान का उद्देश्य है. इस दिशा में भागलपुर अध्यापक शिक्षा महाविद्यालय सार्थक सिद्ध हो रहा है. ये बातें टीएमबीयू के वीसी प्रो डॉ रमाशंकर दुबे ने कहीं. वह बुधवार को अध्यापक शिक्षा महाविद्यालय भागलपुर में आयोजित रिसर्च मैथोलॉजी सत्र 2015–16 के पास आउट स्काॅलर्स के लिए प्रमाण पत्र वितरण समारोह में बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रहे थे.
कार्यक्रम का आयोजन रिसर्च स्कॉलर बैच 2016–17 के शोधार्थियों की ओर से किया गया था. उद्घाटन दीप जलाकर मुख्य अतिथि वीसी डॉ रमाशंकर दुबे, विशिष्ठ अतिथि द्वय प्रोवीसी डॉ अवधकिशोर राय व अर्थशास्त्र विभाग के पूर्व अध्यक्ष डॉ आरडी शर्मा तथा महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ राकेश कुमार ने किया. अतिथियों का स्वागत पुष्पगुच्छ व अंगवस्त्र प्रदान कर व स्वागत गीत से किया गया. प्राचार्य डॉ राकेश कुमार ने अतिथयों का स्वागत करते हुए महाविद्यालय में संसाधन की कमी की ओर उनका ध्यान ध्यान आकर्षित कराया.
प्रोवीसी डॉ अवध किशोर राय ने कहा कि रिसर्च गुणवत्तापूर्ण शिक्षा का आधार है, पर ध्यान रहे कि शोध हमेशा समाज के लिए कल्याणकारी हो. पूरे बिहार में टीएमबीयू पहला विवि होगा, जहां शिक्षा संकाय में रिसर्च मैथोलॉजी की कक्षा होती है. डॉ आरडी शर्मा ने कहा कि शोधार्थी अपने शोध कार्य में इतना डूब जायें कि उससे स्वत: प्रकाश प्रस्फुटित होने लगे. यहां के शोधार्थी प्रकाश स्तंभ बने और भावी पीढ़ी के लिए आदर्श बनें.
कार्यक्रम में स्कॉलर प्रीति कुमारी, विनीता कुमारी, अाराधना मिश्रा तथा कमोद रंजन झा ने महाविद्यालय में अपने अनुभव बताये. शिक्षक प्रशिक्षु बैजु बाबरा, मो मोईनुद्दीन, किरण कुमारी सिंह, स्काॅलर सत्यनारायण तिवारी, रेयाज अहमद तथा अाराधना कुमारी ने गीत प्रस्तुत किया. कार्यक्रम का संचालन नये स्कॉलर परवेज अख्तर व मोनी शुक्ला ने करते हुए शिक्षकों को मोमबत्ती की तरह बताया, जो खुद जलकर दूसरों को रोशनी देते हैं. धन्यवाद ज्ञापन स्कॉलर पवन कुमार राय ने किया.

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