24 घंटे बाद नर्सिंग छात्रा का मोबाइल पुलिस काे सौंपा
भागलपुर : नर्सिंग सेकेंड इयर की छात्रा आभा सिंह के आत्महत्या करने के लगभग 24 घंटे बाद नर्सिंग स्कूल की प्रिंसिपल ने आभा का दोनों मोबाइल पुलिस को सौंपा. 24 घंटे तक छात्रा का मोबाइल पुलिस को क्यों नहीं सौंपा गया इसका जवाब न तो अस्पताल प्रशासन और न ही पुलिस साफ-साफ देने के मूड […]
भागलपुर : नर्सिंग सेकेंड इयर की छात्रा आभा सिंह के आत्महत्या करने के लगभग 24 घंटे बाद नर्सिंग स्कूल की प्रिंसिपल ने आभा का दोनों मोबाइल पुलिस को सौंपा. 24 घंटे तक छात्रा का मोबाइल पुलिस को क्यों नहीं सौंपा गया इसका जवाब न तो अस्पताल प्रशासन और न ही पुलिस साफ-साफ देने के मूड में दिख रही. पुलिस को सौंपा गया दोनों मोबाइल लॉक है. शुक्रवार की देर शाम तक मोबाइल का लॉक नहीं खोला जा सका था. पुलिस का कहना है कि आभा के परिजनों ने किसी पर संदेह व्यक्त नहीं किया और आरोप भी नहीं लगाया है इसलिए इस मामले में कुछ खास नहीं किया जा सकता. यह सामान्य रूप से आत्महत्या का मामला है और कुछ नहीं.
कमरे में ताला बंद, चाबी पुलिस को नहीं दी गयी : छात्रा आभा सिंह हॉस्टल के जिस कमरे में रहती थी उस कमरे में ताला बंद कर दिया गया है जिसकी चाबी पुलिस को सौंपने की जरूरत नहीं महसूस की गयी. पुलिस का कहना है कि उस कमरे की चाबी अस्पताल प्रबंधन के पास है. हॉस्टल के कमरे में आभा के साथ रहने वाली दो अन्य छात्राओं मधु और नीलाक्षी से साफ कह दिया गया है कि वे किसी से भी कुछ नहीं बतायेंगी. बात करने से पहले उन्हें अधीक्षक से अनुमति लेनी होगी. हॉस्टल की रखवाली को अस्पताल प्रबंधन की तरफ से एक गार्ड की तैनाती भी की गयी है.
ऐसी भी है चर्चा : नर्सिंग छात्रा के आत्महत्या करने के बाद अस्पताल प्रबंधन की मनमानी को देखते हुए कई तरह की चर्चा हो रही है. एक चर्चा यह भी हो रही है कि नर्सिंग छात्रा का प्रेम संबंध अस्पताल के ही किसी स्टाफ से था. सच्चाई सामने आने के बाद अस्पताल प्रबंधन पर सवाल उठने लगेंगे इसलिए साक्ष्यों को दबाये जाने की कोशिश की जा रही. उससे छेड़छाड़ किया जा रहा. आभा के कमरे में मोबाइल के अलावा और क्या साक्ष्य थे, इसका पता नहीं चल सका. पुलिस को भी इस मामले से पूरी तरह अलग रखे जाने की कोशिश की जा रही.
पोस्टमार्टम हाउस में जांच की बात करने वाले पिता बयान में चुप्पी क्यों साध रहे ? : आभा के शव का पोस्टमार्टम कराने पोस्टमार्टम हाउस पहुंचे उसके पिता उदय कुमार सिंह ने इस बात पर आश्चर्य व्यक्त किया कि इतने घंटे बीत जाने के बाद भी उसकी बेटी का मोबाइल पुलिस को नहीं सौंपा गया. बेटी की आत्महत्या के लिए किसी को जिम्मेवार भले नहीं माने पर उदय ने बेटी की आत्महत्या करने की जांच कराने की मांग जरूर की. पुलिस का कहना है कि आभा के परिजन जबतक लिखित रूप में उसकी आत्महत्या पर सवाल नहीं उठायेंगे या किसी पर आरोप नहीं लगायेंगे तबतक उसमें कुछ नहीं किया जा सकता.