भागलपुर : लगातार क्लास बंक करने वाले एमबीबीएस के विद्यार्थियों पर अनुशासन की मार पड़ी है. एमसीआइ के मानकों पर खरा न उतरने वाले एमबीबीएस के 11 विद्यार्थियों को फाइनल परीक्षा में शामिल होने से राेक दिया गया. ये छात्र लगातार क्लास बंक रहे थे.
जेएलएनएमसीएच के एमबीबीएस फाइनल इयर के छात्रों को एकेयू विश्वविद्यालय परीक्षा द्वारा आगामी 31 जनवरी से 15 फरवरी के बीच आयोजित परीक्षा में शामिल होना है. इस परीक्षा में शामिल होने के लिए जेएलएनएमसीएच के प्राचार्य डॉ एके सिंह की अध्यक्षता में सेंटअप कमेटी की बैठक बीते दिन हुई. एमसीआइ के मापदंड के अनुसार एमबीबीएस के छात्रों को कक्षा में 75 प्रतिशत उपस्थिति एवं परीक्षा में कम से कम 33 प्रतिशत अंक प्राप्त करना अनिवार्य है. लेकिन पीजी शिशु रोग विभाग में जेएलएनएमसीएच के फाइनल इयर के 11 स्टूडेंट ऐसे पाये गये जिनकी कक्षाओं में उपस्थिति 75 प्रतिशत से कम थी.
सूत्रों की माने ताे इनकी उपस्थिति 60 प्रतिशत से नीचे थी. इस आधार पर इनका सेंटअप यूनिवर्सिटी को नहीं भेजा गया. कॉलेज सूत्रों की माने तो ये उपस्थिति का रिकार्ड सिर्फ शिशु रोग विभाग का है. जबकि इस विभाग में सख्ती बहुत होती है. कई विभागों में तो उपस्थिति का आंकड़ा और भी दयनीय है. लेकिन उपस्थिति के नाम पर खानापूर्ति किये जाने के कारण क्लास से गायब रहने के बावजूद कई छात्राें को उपस्थिति पंजिका में उपस्थित कर दिया गया. अगर कड़ाई से इसका अनुपालन किया गया होता तो सेंटअप न भेजे जाने वाले विद्यार्थियों का आंकड़ा और भी बढ़ता.