बाजार बेरौनक, खरीदार घटे, उधारी बढ़ी

08 नवंबर की रात 12 से नोटबंदी लागू की गयी थी. कतारें, विरोध और मंदी के बीच बुधवार को 50 दिन पूरे हो चुके हैं. सिल्क सिटी के व्यापारियों का कहना है कि अनाज, कपड़ा, रेडिमेड, होजरी, सोना-चांदी, किराना, फल समेत हर कारोबार करीब-करीब 50 फीसदी प्रभावित हो चुका है. इन 50 दिनों में एक […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 29, 2016 8:22 AM
08 नवंबर की रात 12 से नोटबंदी लागू की गयी थी. कतारें, विरोध और मंदी के बीच बुधवार को 50 दिन पूरे हो चुके हैं. सिल्क सिटी के व्यापारियों का कहना है कि अनाज, कपड़ा, रेडिमेड, होजरी, सोना-चांदी, किराना, फल समेत हर कारोबार करीब-करीब 50 फीसदी प्रभावित हो चुका है. इन 50 दिनों में एक दूसरा पहलू यह भी है कि एटीएम के बाहर कतारें खत्म हो चुकी हैं और ऑनलाइन पेमेंट भी धीरे-धीरे बढ़ रहा है. शहर में स्वैप मशीनों की मांग में तेजी आयी है. हालांकि इन मशीनों की उपलब्धता बेहद कम है. इस सबके बीच एक सच्चाई यह भी है कि बाजार ठंडा है और दिहाड़ी मजदूरी करके पेट पालने वालों के सामने जीवन-यापन की समस्या खड़ी हो गयी है.

भागलपुर: 500 और 1000 रुपये के नोटों को प्रचलन में बंद करने के 50 दिन बाद भागलपुर शहर व आसपास के इलाकों में सतही तौर पर स्थितियां सामान्य हो चुकी हैं. शहर के करीब-करीब 65-70 फीसदी एटीएम भी चालू हो चुके हैं, बैंकों में भी नोट बदलने वालों की भीड़ भी लगभग खत्म हो चली है.

रिजर्व बैंक की तरफ से भी सिल्क सिटी को नये नोटों की सप्लाई सामान्य है और अब तो कई एटीएम से पांच सौ व सौ के नोट आसानी से मिल रहे हैं. शहर में ई-ट्रांजेक्शन भी बढ़ा है. सिल्क सिटी के तमाम बैंकों में करीब 3000 करोड़ के पुराने नोट अब तक जमा हो चुके हैं. ये सारे नोट आरबीआइ पटना भेजे जा चुके हैं. शहर के अग्रणी बैंक स्टेट बैंक के एक अधिकारी के मुताबिक भागलपुर शहर व आसपास के इलाके में स्थिति सामान्य हो चुकी है. कहीं असामान्य भीड़ नहीं है. एटीएम भी लगभग चालू हैं. शहर में तीन हजार से अधिक स्वैप मशीनों की नयी डिमांड आयी है. इसे जल्दी ही पूरा कर लिया जायेगा. इससे बैंकों से लोड भी घटेगा.

Next Article

Exit mobile version