भागवत महापुराण में शक्ति है श्रीकृष्ण की : सुबोधानंद

सुलतानगंज : जैसा भाव मनुष्य रखता है, भगवान उसी रूप में उसे प्राप्त होते हैं. भागवत महापुराण में श्रीकृष्ण की शक्ति स्थापित है. उक्त बातें स्वामी पथिक जी महाराज के शिष्य स्वामी सुबोधानंद महाराज ने कही. कथा के दौरान उन्होंने कहा कि संसार में सबसे बड़ा बुद्धिमान व चतुर इनसान वहीं है जो मृत्यु होने […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 1, 2017 2:26 AM

सुलतानगंज : जैसा भाव मनुष्य रखता है, भगवान उसी रूप में उसे प्राप्त होते हैं. भागवत महापुराण में श्रीकृष्ण की शक्ति स्थापित है. उक्त बातें स्वामी पथिक जी महाराज के शिष्य स्वामी सुबोधानंद महाराज ने कही. कथा के दौरान उन्होंने कहा कि संसार में सबसे बड़ा बुद्धिमान व चतुर इनसान वहीं है जो मृत्यु होने के पूर्व ही आत्म ज्ञान प्राप्त कर लेता है.

भागवत महापुराण भगवान कृष्ण का ही वांग्मय स्वरूप है, जिसके श्रवण मनन से राजा परिक्षित को मृत्यु के पहले ही परमपद की प्राप्ति हो गयी थी.कृष्ण-रुक्मिणी, सुदामा की जीवंत झांकी दिखायी गयी. जीव और ईश्वर के एकता को ही कृष्ण-सुदामा मैत्री के रूप में भागवत महापुराण में प्रतिपादित किया गया है.

संत पथिक सेवा समिति के तत्वावधान में रविवार को कथा पूर्णाहुति के बाद हवन किया जायेगा. मुख्य यजमान भीम मोदी व उनकी धर्म पत्नी पूरे कथा के दौरान उपस्थित रही. हवन के बाद प्रतिमा का विसर्जन किया जायेगा. अरुण चौधरी ने धन्यवाद ज्ञापन किया. कथा महायज्ञ की सफलता के लिए अध्यक्ष त्रिवेणी शर्मा,
अरूण कुमार चौधरी, कपिलकांत, अरुण यादव, विजय निराला, अशोक चौधरी, वासुदेव रामुका, निर्मल चौरसिया, रमेश मंडल, विजय गोपाल, विजय सिंह आदि कई लोग अपनी अहम भूमिका निभायी.
सात दिवसीय श्रीमद्भागवत कथा ज्ञान यज्ञ
हवन के साथ आज होगी पूर्णाहुति

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