मायागंज में 15 दिन में मिलेगी पेसमेकर मशीन की सुविधा गुडन्यूज
एक मशीन आयी, दूसरी दो-चार दिन में आयेगी एक पेसमेकर मशीन की कीमत 1.60 लाख रुपये भागलपुर : जेएलएनएमसीएच (मायागंज हॉस्पिटल) में पेसमेकर मशीन मंगा ली गयी है. सोमवार को एक पेसमेकर आ गया, जबकि दूसरा पेसमेकर दो-चार दिन में आ जायेगा. हालांकि इस सुविधा को प्राप्त करने के लिए रोगियों को अपनी जेब थोड़ी […]
एक मशीन आयी, दूसरी दो-चार दिन में आयेगी
एक पेसमेकर मशीन की कीमत 1.60 लाख रुपये
भागलपुर : जेएलएनएमसीएच (मायागंज हॉस्पिटल) में पेसमेकर मशीन मंगा ली गयी है. सोमवार को एक पेसमेकर आ गया, जबकि दूसरा पेसमेकर दो-चार दिन में आ जायेगा. हालांकि इस सुविधा को प्राप्त करने के लिए रोगियों को अपनी जेब थोड़ी हल्की करनी पड़ेगी. लेकिन यह बाजार में लगने वाले टेंपरेरी पेसमेकर की तुलना में कम होगा. यह व्यवस्था पूरी तरह से मायागंज हॉस्पिटल के आइसीयू में 15 जनवरी के बाद शुरू हो जायेगी. एक पेसमेकर की कीमत एक लाख 60 हजार है.
मायागंज में 15 दिन…
ठंड में बढ़ी दिल के बीमारों की संख्या
भागलपुर में पूर्णिया, सहरसा, बांका, मुंगेर, कटिहार समेत आसपास के करीब 13 जिलों के लोग मायागंज हॉस्पिटल में इलाज के लिए आते हैं. ठंड में दिल के बीमारों की संख्या बढ़ जाती है. कंप्लीट हार्ट ब्लाॅक की अवस्था में यहां पर मरीजों को पेसमेकर न लगने के कारण उन्हें मजबूरी में पटना, कोलकाता या सिलीगुड़ी रेफर करना पड़ता है. ऐसे में कई मरीजों की रास्ते में मौत हो जाती है.
आइसीयू में लगेगा टेंपरेरी पेसमेकर
हॉस्पिटल के अधीक्षक डॉ आरसी मंडल ने बताया कि आइसीयू में दिल के मरीजों को टेंपरेरी पेसमेकर की सुविधा मिलेगी. इसके लिए उन्हें कुछ शुल्क देना होगा. डॉ मंडल ने कहा कि वरिष्ठ चिकित्सक डॉ महेश कुमार सीएचबी के मरीजों को टेंपरेरी पेसमेकर लगायेंगे.
सीएचबी पर तत्काल जरूरी होता है टेंपरेरी पेसमेकर लगाना
मायागंज हॉस्पिटल के वरिष्ठ फिजिशियन डॉ हेमशंकर शर्मा बताते हैं कि एक स्वस्थ व्यक्ति के दिल की धड़कन प्रति मिनट 72 के आसपास होती है. लेकिन दिल की धड़कन (पल्स रेट) प्रति मिनट 60 या इसके नीचे हो तो इस स्थिति को हार्ट ब्लॉक कहते हैं. लेकिन यही पल्स रेट अगर प्रति मिनट 40 या इससे नीचे आ जाये तो कंप्लीट हार्ट ब्लॉक(सीएचबी) की अवस्था आ जाती है. इस अवस्था में तत्काल टेंपरेरी पेसमेकर लगाने की जरूरत होती है. यह सुविधा मायागंज में होने से कई मरीजों की जान बच सकेगी.