बीएसएनएल टावर में गड़बड़ी, थ्रीजी टूजी के फेर में परेशान हो रहे ग्राहक

भागलपुर : बीएसएनएल टावर के सिस्टम में गड़बड़ी आ गयी है. इसके चलते मोबाइल धारक थ्रीजी और टूजी के फेर को समझ नहीं पा रहे हैं और इससे वह खासे परेशान हैं. ऑटोमैटिक मोड में नेटवर्क सलेक्ट रहने पर थ्री-जी के रहते पूरे शहर में केवल टू-जी की सेवा मिलती है. थ्री-जी सिगनल पाने के […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 4, 2017 5:20 AM

भागलपुर : बीएसएनएल टावर के सिस्टम में गड़बड़ी आ गयी है. इसके चलते मोबाइल धारक थ्रीजी और टूजी के फेर को समझ नहीं पा रहे हैं और इससे वह खासे परेशान हैं. ऑटोमैटिक मोड में नेटवर्क सलेक्ट रहने पर थ्री-जी के रहते पूरे शहर में केवल टू-जी की सेवा मिलती है. थ्री-जी सिगनल पाने के लिए मोबाइल नेटवर्क को केवल थ्री-जी मोड में रखना होता है.

आलम यह है कि थ्री-जी नेटवर्क सलेक्ट करके रखने पर मोबाइलधारक को वैसी जगहों पर सिगनल नहीं मिलता है, जहां केवल टू-जी नेटवर्क है. इसके लिए मोबाइल धारक को पुन: ऑटोमैटिक मोड में नेटवर्क सलेक्ट करना पड़ता है. इसके बाद वह जब थ्री-जी टावर के रेंज में जाता है तो उन्हें फिर से थ्री-जी नेटवर्क मोड को सलेक्ट करना पड़ता है. ऑटोमैटिक नेटवर्क चेंज नहीं होता है. इस तरह से मोबाइलधारक परेशान हो रहे हैं. मोबाइलधारक को या तो कॉल करने की सुविधा मिलती है या फिर इंटरनेट यूज करने की सुविधा. दोनों सुविधा एक साथ मिले, यह सिस्टम गड़बड़ा गया है. इस परेशानी के चलते सस्ता इंटरनेट टैरिफ प्लान के बावजूद अधिकतर मोबाइल धारक दूसरी नेटवर्क कंपनियों के इंटरनेट यूज करने को मजबूर हैं.

नयी तकनीक के टावर लगने तक रहेगी समस्या : बीएसएनएल के अधिकारी के अनुसार नयी तकनीक के टावर लगने तक समस्या रहेगी. नयी तकनीक के टावर लगेंगे. अंदरूनी शहर में 20 नये थ्री-जी टावर लगाये जा रहे हैं. यह नयी तकनीक के हैं. इन टावरों के लग जाने के बाद ऑटोमैटिक नेटवर्क मोड पर मोबाइल का सिगनल रखने पर जहां टू-जी सिगनल रहेगा वहां टू-जी और जहां थ्री-जी सिगनल होगा.
महाप्रबंधक ने कहा, दो माह करें इंतजार, नयी तकनीक के टावर लगने से समस्या होगी दूर
मोबाइल का नेटवर्क ऑटोमैटिक मोड में रहने पर टू-जी और थ्री-जी में नहीं बदला सिगनल
मोबाइलधारक को या तो कॉल करने की सुविधा मिलती है या फिर इंटरनेट यूज करने की सुविधा.
मोबाइलधारक को अगले दो माह तक परेशानी होगी. इसके बाद समस्याएं दूर हो जायेगी. समस्याओं को दूर करने के लिए नयी तकनीक के टावर लगाये जा रहे हैं. ऑटोमैटिक मोड में नेटवर्क रहने पर सिगनल के स्ट्रेंग्थ के हिसाब से टू-जी और थ्री-जी नेटवर्क बदलता रहेगा और दोनों सिगनल की सुविधाएं मिलती रहेगी.
राजीव रंजन, महाप्रबंधक, बीएसएनएल

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