ऋषि-मुनियों की धरोहर है योग

भागलपुर : योग ऋषि-मुनियों की धरोहर है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने योग को पूरे विश्व में प्रचारित कराया. संयुक्त राष्ट्र संघ में विश्व योग दिवस की मान्यता का प्रस्ताव दिया. संयुक्त राष्ट्र संघ से 21 जून को विश्व योग दिवस की स्वीकृति मिल गयी. उक्त बातें मुख्य अतिथि के रूप में तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय के […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 9, 2017 5:33 AM

भागलपुर : योग ऋषि-मुनियों की धरोहर है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने योग को पूरे विश्व में प्रचारित कराया. संयुक्त राष्ट्र संघ में विश्व योग दिवस की मान्यता का प्रस्ताव दिया.

संयुक्त राष्ट्र संघ से 21 जून को विश्व योग दिवस की स्वीकृति मिल गयी. उक्त बातें मुख्य अतिथि के रूप में तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ रमाशंकर दुबे ने कही. मौका था रविवार को श्री मारवाड़ी व्यायामशाला में तीन दिवसीय योग चेतना शिविर के समापन समारोह का. नासिक से पधारे डॉ श्रीमूर्ति ने योग की तकनीकी जानकारी दी.
संयोजक गोपाल कृष्ण डोकानिया ने अतिथियों का स्वागत करते हुए कहा कि गीता में लिखा है कि लोग यदि योग करते हैं, तो कोई भी काम आसानी से कर सकते हैं. शिविर में 200 लोगों ने हिस्सा लिया. इस दौरान भजन-कीर्तन हुआ. मनीष, गौतम, गोपाल ने एक से एक भजन गाये. इस मौके पर नरेश खेतान, आनंदराम ढांढनिया सरस्वती विद्या मंदिर के प्रधानाचार्य मनोज मिश्र आदि उपस्थित थे.

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