जैव प्रौद्योगिकी की मदद से होगा विकास : वीसी
भागलपुर: पीजी वनस्पति विज्ञान विभाग व बायोइंफॉरमेटिक्स विभाग के संयुक्त बैनर तले शुक्रवार को पिछड़े वर्गों व महिला सशक्तीकरण के लिए जैव प्रौद्योगिकी विभाग और मिनिस्ट्री ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी गवर्नमेंट ऑफ इंडिया की ओर से दो दिवसीय चलने वाले कार्यशाला का उद्घाटन कुलपति प्रो रमा शंकर दुबे ने किया. इस मौके पर कुलपति श्री […]
भागलपुर: पीजी वनस्पति विज्ञान विभाग व बायोइंफॉरमेटिक्स विभाग के संयुक्त बैनर तले शुक्रवार को पिछड़े वर्गों व महिला सशक्तीकरण के लिए जैव प्रौद्योगिकी विभाग और मिनिस्ट्री ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी गवर्नमेंट ऑफ इंडिया की ओर से दो दिवसीय चलने वाले कार्यशाला का उद्घाटन कुलपति प्रो रमा शंकर दुबे ने किया.
इस मौके पर कुलपति श्री दुबे ने कहा कि समाज के पिछड़े वर्ग व महिला को जैव प्रौद्योगिकी की मदद से ही समाज की मुख्यधारा से जोड़ा जा सकता हैं. इससे उनके जीवन स्तर पर भी सुधार आयेगा. बिहार हर क्षेत्र में परचम लहरा रहा है. चाहे शिक्षा हो, शोध हो, या फिर कृषि का क्षेत्र हो हर क्षेत्र में महिलाएं आगे बढ़ रही हैं. एक समावेशी समाज के निर्माण के लिए अनुसूचित जाति व अन्य पिछड़ा वर्ग के लोग उत्पादक, सुरक्षित और सम्मानजनक जीवन जी सकें.
सामाजिक न्याय व अधिकारिता मंत्रालय ने पिछड़े वर्ग की महिला के विकास व वृद्धि में सहायक विभिन्न याेजनाएं लागू की हैं. योजना का उद्देश्य आर्थिक, शैक्षणिक व सामाजिक सशक्तीकरण करना है. विशेषज्ञ वैज्ञानिक डॉ एएस निनावे ने कहा कि जैव प्राैद्योगिकी की पहचान किये गये क्षेत्रों के अनुसंधान और विकास में दशक से अधिक संगठित प्रयासों से अच्छे परिणाम आ रहे हैं.
प्रयोगशाला स्तर पर प्रमाणित प्रौद्योगिकी को उन्नत किया गया है. कीट व रोग प्रतिरोध पर बल देते अनुसंधान, पादप जीनोम अनुसंधान, विकास, रेशम कीट,जैव विविधता संरक्षण आदि मामलों में काम चल रहे हैं. इस दौरान 12 प्रोजेक्ट प्रपोजल प्रस्तुत किया गया. कार्यक्रम को विषय पर प्रो दिलीप कुमार, प्रो एएन राय, प्रो एके पांडे, प्रो बीएन चक्रवर्ती, प्राे उषा चक्रवर्ती, प्रो एके चौधरी, प्रो केडी महापात्रा आदि ने भी संबोधित किया. अतिथियों का स्वागत विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो एसके चौधरी ने और धन्यवाद ज्ञापन डॉ राकेश रंजन ने किया.