जेएलएनएमसीएच के आधा दर्जन चिकित्सक सीबीआइ के रडार पर

भागलपुर : मध्य प्रदेश के बहुचर्चित व्यावसायिक परीक्षा मंडल (व्यापमं) घोटाले की जांच की जद में जवाहर लाल नेहरू मेडिकल कॉलेज भी आ चुका है. मामले की जांच कर रही सीबीआइ ने जवाहर लाल नेहरू मेडिकल कॉलेज समेत बिहार के सभी छह मेडिकल कॉलेजों को 100 से अधिक मेडिकल छात्रों की सूची व उनका फोटोग्राफ […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 17, 2017 5:34 AM

भागलपुर : मध्य प्रदेश के बहुचर्चित व्यावसायिक परीक्षा मंडल (व्यापमं) घोटाले की जांच की जद में जवाहर लाल नेहरू मेडिकल कॉलेज भी आ चुका है. मामले की जांच कर रही सीबीआइ ने जवाहर लाल नेहरू मेडिकल कॉलेज समेत बिहार के सभी छह मेडिकल कॉलेजों को 100 से अधिक मेडिकल छात्रों की सूची व उनका फोटोग्राफ भेजकर वेरीफिकेशन करने को कहा है. सूची में दिये गये नामों की कॉलेज प्रशासन जांच कराने में जुट चुका है. सूत्रों की मानें तो

इस मामले की जांच जैसे-जैसे आगे बढ़ती जा रही है, वैसे-वैसे इसकी जांच में नित नये नाम जुड़ते-कटते जा रहे हैं. सूत्रों की मानें तो सीबीआइ व कॉलेज की संयुक्त जांच की रडार पर जवाहर लाल नेहरू मेडिकल कॉलेज के करीब आधा दर्जन डॉक्टर (एमबीबीएस की पढ़ाई कर चुके) आ चुके हैं. इनके डॉक्यूमेंट को खंगाला जा चुका है. कभी भी जांच कर रही एजेंसी इनसे पूछताछ के लिए तलब कर सकती है.

जांच के लिए तलब हो चुका है एक चिकित्सक : व्यापमं की जांच कर रही सीबीआइ के समक्ष अब तक जवाहर लाल नेहरू मेडिकल कॉलेज का एक एमबीबीएस स्टूडेंट (चिकित्सक) भोपाल में तलब हो चुका है. सीबीआइ ने कॉलेज के प्राचार्य को इसका परीक्षा संबंधित सभी डॉक्यूमेंट सीज करने का आदेश दे दिया है. यही कारण है कि इस चिकित्सक का कुछ माह पहले हुए जूनियर रेजीडेंट के इंटरव्यू में चयन नहीं हो सका.
सुप्रीम कोर्ट ने रद्द कर दिया है 634 एमबीबीएस छात्रों का नामांकन
व्यापमं घोटाले में सीबीआइ ने जेएलएनएमसी सहित सूबे के छह मेडिकल कॉलेजों को भेजी छात्रों की सूची
सीबीआइ खंगाल रही इन चिकित्सकों का दस्तावेज, पूछताछ के लिए किये जा सकते हैं तलब
व्यापमं घोटाला
गौरतलब हो कि व्यापमं घोटाले में सुप्रीम कोर्ट ने सोमवार को फैसला देते हुए सामूहिक नकल कर एमबीबीएस में दाखिला पाने वाले 634 छात्रों का नामांकन रद्द कर दिया है. कोर्ट के इस फैसले के बाद इन छात्रों की डिग्री अमान्य हो जायेगी. इन छात्रों ने वर्ष 2008 से 2012 के बीच मध्यप्रदेश के विभिन्न मेडिकल कॉलेजों में दाखिला लिया था. बताया जाता है कि सीबीआइ ने जो सूची भेजी है, उसमें जेएलएनएमसी के भी कुछ छात्रों का नाम शामिल है. इसके कारण कोर्ट के फैसले के बाद जेएलएनएमसी में भी हड़कंप मच गया है.

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