पावरलूम बुनकरों के उत्थान के लिए मिले योजना
टेक्सटाइल सेक्रेटरी एवं कमिश्नर के आने से बुनकरों की बढ़ी अपेक्षा भागलपुर : भागलपुर में हाल के दिनों में अधिकतर हस्तकरघा बुनकरों का स्थान पावरलूम बुनकरों ने ले लिया है. एक ओर जहां हस्तकरघा बुनकरों के लिए सरकार की ओर से एक से एक योजना दी जा रही है, वहीं दूसरी ओर रेशमी शहर में […]
टेक्सटाइल सेक्रेटरी एवं कमिश्नर के आने से बुनकरों की बढ़ी अपेक्षा
भागलपुर : भागलपुर में हाल के दिनों में अधिकतर हस्तकरघा बुनकरों का स्थान पावरलूम बुनकरों ने ले लिया है. एक ओर जहां हस्तकरघा बुनकरों के लिए सरकार की ओर से एक से एक योजना दी जा रही है, वहीं दूसरी ओर रेशमी शहर में पावरलूम बुनकरों की कार्यशैली भी हस्तकरघा बुनकरों जैसी ही है. ऐसे में बुनकर प्रतिनिधि पावरलूम बुनकरों के उत्थान के लिए योजना देने की मांग कर रहे हैं, तो हस्तकरघा बुनकर अपने अस्तित्व को बचाये रखने के लिए हुसैनाबाद को पर्यटन स्थल घोषित करने की मांग कर रहे हैं.
हस्तकरघा बुनकर प्रतिनिधि मो सोइन अंसारी ने बताया कि टेक्सटाइल सेक्रेटरी को हुसैनाबाद के हस्तकरघा बुनकरों से मिलकर उनके तैयार कपड़ों को दिखाने व कार्यशैली से अवगत कराने का प्रयास करेंगे. दो दिन पहले उद्योग विभाग के पदाधिकारी हुसैनाबाद में हो रहे काम का निरीक्षण किया था.
बुनकरों के लिए कर्मशाला सह आवास योजना की मांग करेंगे. बुनकर क्रेडिट कार्ड को धरातल पर उतारने, बुनकर स्वास्थ्य बीमा का लाभ ओपीडी के माध्यम से मिलने, हुसैनाबाद को हस्तकरघा बुनकरों के लिए पर्यटन स्थल घोषित करने आदि की मांग करेंगे. बुनकर प्रतिनिधि इबरार अंसारी ने कहा कि केंद्र सरकार की ओर प्रस्तावित मेगा हैंडलूम कलस्टर की योजना, जो भागलपुर को मिली है. उसी की समीक्षा के लिए आ रहे हैं. इसके अलावा हम हैंडलूम बुनकरों को उम्मीद है कि उनके आने से सही तरीके से योजना कार्यान्वयन होगा. साथ ही पावरलूम बुनकर भी हैंडलूम बुनकर जैसे ही काम कर रहे हैं. उनके उत्थान के लिए योजना देने की मांग की जायेगी.
दरियापुर में सामान्य सुविधा केंद्र के लिए करेंगे निरीक्षण
बुनकर प्रतिनिधि अलीम अंसारी ने बताया कि टेक्सटाइल सेक्रेटरी रश्मि वर्मा एवं टेक्सटाइल कमिश्नर आलोक कुमार शनिवार को साढ़े तीन बजे शाहकुंड प्रखंड के दरियापुर में सामान्य सुविधा केंद्र के लिए स्थल का निरीक्षण करेंगे. भागलपुर में जो मंजूषा कढ़ाई व इम्ब्राइडरी के जो बुनकर हैं, उनसे मिलेंगे. तसर साड़ी तैयार करने की प्रक्रिया का भी मुआयना करेंगे. हस्तशिल्प कारीगरों से बातचीत कर उनके कार्यों की जानकारी लेंगे.