33 नहीं, 2.22 % ही बचा वन क्षेत्र

दुर्भाग्यपूर्ण. भागलपुर शहरी क्षेत्र में एक-एक कर सूखते जा रहे पुराने पेड़ भागलपुर के शहरी क्षेत्र में सड़क किनारे, स्कूल-कॉलेज परिसर, कार्यालय परिसर व खाली जगहों पर पौधरोपण किया जा सकता है. भागलपुर : किसी भी इलाके में 33 फीसदी वन की जरूरत होती है, लेकिन भागलपुर में इस बात की दूर-दूर तक संभावना नहीं […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 23, 2017 2:39 AM

दुर्भाग्यपूर्ण. भागलपुर शहरी क्षेत्र में एक-एक कर सूखते जा रहे पुराने पेड़

भागलपुर के शहरी क्षेत्र में सड़क किनारे, स्कूल-कॉलेज परिसर, कार्यालय परिसर व खाली जगहों पर पौधरोपण किया जा सकता है.
भागलपुर : किसी भी इलाके में 33 फीसदी वन की जरूरत होती है, लेकिन भागलपुर में इस बात की दूर-दूर तक संभावना नहीं झलकती कि यहां वन क्षेत्र इस आंकड़े को छू भी पायेगा. भागलपुर में 2.22 फीसदी क्षेत्र में वन है. शहरी इलाके में बूढ़े हो चुके या काफी पुराने पेड़ एक-एक कर सूखते जा रहे हैं, लेकिन इस ओर वन विभाग का कोई ध्यान नहीं है. पेड़ में लगी बीमारी का निदान नहीं हो रहा है.
2014 की यह है रिपोर्ट
वर्ष 2014 की वन विभाग की रिपोर्ट के अनुसार भागलपुर में 2.22 प्रतिशत वन क्षेत्र है. 2011 में यह क्षेत्र 1.66 प्रतिशत था. भागलपुर में शहरी क्षेत्र अधिक है. यहां केवल सड़क किनारे, स्कूल-कॉलेज परिसर, कार्यालय परिसर आदि ही पौधरोपण का विकल्प है.

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