अहिंसा ही विश्वशांति का मूलमंत्र
भागलपुर : श्री चंपापुर दिगंबर जैन सिद्धक्षेत्र में शनिवार को भगवान वासुपूज्य की जयंती धूमधाम से मनायी गयी. देश के विभिन्न हिस्सों गुजरात, राजस्थान, मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र, कर्नाटक से बड़ी संख्या में तीर्थयात्री शामिल हुए. भगवान वासुपूज्य की मूंगे पाषाण की भव्य पद्मासन प्रतिमा का 1008 कलशों से जन्माभिषेक किया गया, इसमें भक्ति, पूजन एवं मंत्रोच्चारण […]
भागलपुर : श्री चंपापुर दिगंबर जैन सिद्धक्षेत्र में शनिवार को भगवान वासुपूज्य की जयंती धूमधाम से मनायी गयी. देश के विभिन्न हिस्सों गुजरात, राजस्थान, मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र, कर्नाटक से बड़ी संख्या में तीर्थयात्री शामिल हुए.
भगवान वासुपूज्य की मूंगे पाषाण की भव्य पद्मासन प्रतिमा का 1008 कलशों से जन्माभिषेक किया गया, इसमें भक्ति, पूजन एवं मंत्रोच्चारण पूर्वक भगवान की आराधना स्तुति की गयी. कोतवाली जैन मंदिर से पदयात्रा करते हुए श्रद्धालु का समूह दिगंबर जैन सिद्धक्षेत्र पहुंचा. इस दौरान वह लोग भजन व स्तुतिगान कर रहे थे. महिलाएं केसरिया वस्त्रों में व पुरुष सफेद वस्त्रों में थे.
सिद्धक्षेत्र पर श्रद्धालुआें का स्वागत करते हुए मंत्री सुनील जैन ने सभी को भगवान वासुपूज्य की जन्मकल्याणक की बधाई दी. भगवान वासुपूज्य के उपदेश सामयिक एवं प्रासंगिक हैं और अहिंसा ही विश्व शांति का मूलमंत्र है. आपसी सौहार्द व दूसरे की भलाई का ख्याल भगवान के उपदेश में प्राथमिकता से बताया गया है. हम जैसा व्यवहार खुद से चाहते हैं, हमें दूसरे के साथ भी प्रेमपूर्ण व्यवहार करना चाहिए. इस क्रम में झारखंड सम्मेद शिखर से चल कर पूज्य आर्यिका भरतेश्वरीमती माता जी ससंघ के सानिध्य में मंगल विधान हुआ. माता जी ने श्रद्धालुओं को आशीर्वाद देते हुए कहा कि जीवन में कितनी भी मुश्किलें आये, धर्म की सीख आपको मुश्किलों का हल बताती है. अच्छे कर्म करें, जिससे आपका जीवन सुखमय हो जाये. मौके पर श्रीचंद पाटनी, पदम जैन, सुमित बड़जात्या, राजीव पाटनी, धन्य कुमार जैन, विजय जैन, भवरलाल विनायका, सूरज जैन, अनिल जैन, पवन बड़जात्या आदि उपस्थित थे. जागृति महिला मंडल की ओर से संध्या आरती की गयी.
श्री चंपापुर दिगंबर जैन सिद्धक्षेत्र में धूमधाम से मना भगवान वासुपूज्य का जन्मकल्याण
कोतवाली जैन मंदिर से निकाली गयी पदयात्रा