इंटक वेल तक पानी लाने में लगे 10 मजदूर

भागलपुर : पैन इंडिया ने रविवार को 10 मजदूर लगा कर गंगा से गाद निकालने का काम शुरू किया, ताकि इंटक वेल तक साफ पानी आ सके. प्रभात खबर एक माह पहले ही गंगा में जलस्तर घटने की खबर प्रकाशित कर जलापूर्ति बढ़ाने का सुझाव दिया था. एक माह पहले ही घटी थी 10 लाख […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 27, 2017 5:05 AM

भागलपुर : पैन इंडिया ने रविवार को 10 मजदूर लगा कर गंगा से गाद निकालने का काम शुरू किया, ताकि इंटक वेल तक साफ पानी आ सके. प्रभात खबर एक माह पहले ही गंगा में जलस्तर घटने की खबर प्रकाशित कर जलापूर्ति बढ़ाने का सुझाव दिया था.

एक माह पहले ही घटी थी 10 लाख गैलन जलापूर्ति : गंगा का जलस्तर घटता गया और रास्ते में गाद बढ़ता गया और इंटकवेल तक पानी आने में दिक्कत होने लगी. गाद वाला गंदा पानी इंटकवेल से तालाब तक आने से मछलियां मरने लगी. गंगा का जलस्तर घटने के बाद भी पैन इंडिया ने कोई तैयारी नहीं की. रोजाना 10 लाख गैलन तक जलापूर्ति घट गयी. पिछले वर्ष भी 38 लाख गैलन जलापूर्ति से घट कर 23 लाख गैलन हो गयी थी.
चैनल बना कर लाया जायेगा पानी : पैन इंडिया के प्रोजेक्ट हेडने कहा कि पैन इंडिया जलापूर्ति का यथा संभव प्रयास कर रही है. 10 मजदूर लगे हैं. सोमवार को 15 मजदूर लगा गाद निकाला जायेगा.
मंगलवार को बुडको के एमडी से मिल कर स्थायी निदान पर चर्चा करेंगे. सोमवार को मजदूर बढ़ा कर व जेसीबी की मदद से गाद निकाला जायेगा.
शशि मोहन, प्रोजेक्ट हेड, पैन इंडिया
चालू हुआ वेट इंटक वेल
वाटर वर्क्स स्थित गंगा से पानी लाने के लिए वेट इंटक वेल चालू किया गया. लोकल फॉल्ट के कारण कुछ देर के लिए गेट बंद हो गया था, जिसे ठीक किया जा रहा था.
इन बोरिंगों की भेजी गयी सूची
इशाकचक नया बोरिंग, सकरूल्लाचक, जरलाही,सहनाबाद ठाकुरबाड़ी,सीटीअी ओल्ड, देवी बाबू धर्मशाला,जोगसर,जैन मंदिर,मौलानाचक, गोलाघाट,उर्दू बाजार, मुंदीचक, तातारपुर चौक, बरहपुरा, बरहपुरा, किलाघाट, विक्रमशिला, भीखनपुर, साहेबगंज ओल्ड, सचिदानंद नगर, लालूचक, नाथनगर एक, इशाकचक ओल्ड, जोगसर, महाशय ड्योढ़ी, महादेव तालाब, महेशपुर, इशाकचक ओल्ड.
वाटर वर्क्स के दोनों इंटक वेल के पास गंगा के पानी को लाने का प्रयास किया जा रहा है. शहर के चल रही बोरिंग में से 31 बोरिंग से किसी भी समय पानी बंद हो सकता है. इसकी सूची बुडको के अधीक्षण अभियंता को भेज जल्द से जल्द कार्रवाई को लेकर आदेश देने की बात कही है.
शशि मोहन, प्रोजेक्ट हेड, पैन इंडिया एजेंसी

Next Article

Exit mobile version