नियुक्ति प्रकरण से विवि की प्रतिष्ठा में कोई आंच नहीं
प्रकरण से पुराने व नये शोध कार्य पर कोई असर नहीं विवि परिसर मेें ही होगी पूछताछ भागलपुर : बिहार कृषि विश्वविद्यालय में पूर्व कुलपति डॉ मेवालाल चौधरी के कार्यकाल में हुए नियुक्ति घोटाला और मंगलवार को व्याख्याताओं को पुलिस द्वारा नोटिस और पूछताछ के लिए थाने पर बुलाये जाने को लेकर विवि परिसर में […]
प्रकरण से पुराने व नये शोध कार्य पर कोई असर नहीं
विवि परिसर मेें ही होगी पूछताछ
भागलपुर : बिहार कृषि विश्वविद्यालय में पूर्व कुलपति डॉ मेवालाल चौधरी के कार्यकाल में हुए नियुक्ति घोटाला और मंगलवार को व्याख्याताओं को पुलिस द्वारा नोटिस और पूछताछ के लिए थाने पर बुलाये जाने को लेकर विवि परिसर में हुए हंगामा के बाद माहौल गरम था. वर्तमान कुलपति डाॅ अजय कुमार सिंह ने कहा कि इस प्रकरण से विवि को थोड़ी परेशानी तो हुई, लेकिन विश्वविद्यालय की प्रतिष्ठा पर कोई आंच नहीं आयी है. पुलिस जांच टीम द्वारा उस समय बहाल किये गये व्याख्याताओं ने मुझसे आकर बात की और कहा कि हमलोग थाना पूछताछ के लिए नहीं जायेंगे. कुलपति ने कहा कि विवि परिसर में जांच के लिए जांच टीम को जगह दी जायेगी. उन्होंने कहा कि पुलिस को पूरा सहयोेग किया जा रहा है.
प्रकरण से पुराने व नये शोध कार्य पर कोई असर नहीं. इस प्रकरण से पुराने और नये शोध कार्य पर क्या असर होगा, इस पर कुलपति ने कहा कि इस प्रकरण से न नये न ही पुराने शोध कार्य पर कोई असर नहीं होगा. शोध कार्य विवि की जान है. जांच चल रही है.
नियुक्ति प्रकरण पर कोई बोलने को तैयार नहीं. बिहार कृषि विवि सबौर में हुए नियुक्ति घोटाला की एसआइटी टीम द्वारा जांच शुरू करने के बाद कोई भी इस मुद्दे पर बोलने को तैयार नहीं हैं. मंगलवार को दिन के ढाई बजे विवि परिसर में गजब का सन्नाटा था. नियुक्ति घोटला के पहले इसी विवि परिसर से लेकर विवि भवन में भी चहल-पहल रहती थी. लेकिन इस प्रकरण के बाद सब अपने काम से मतलब रख रहे हैं. इस प्रकरण में अपने करीबी से भी कोई कुछ नहीं बोल रहा है. कर्मचारी से लेकर विवि के बड़े ओहदेदार भी कुछ नहीं बता रहे हैं. बस यही कहा जा रहा है इस बात को छोड़कर अगर कोई दूसरी बात करना है तो करें, इस मामले में मैं कुछ नहीं बोल सकता हूं. विवि परिसर के कैंटीन में भी चाय पी रहे विवि कर्मी भी कुछ बात नहीं कर रहे थे. किसी अनजान चेहरे को कैंटीन में देखते ही वे चौंक जाते हैं.