एचआइवी पीड़िता की सर्जरी से इनकार

थम नहीं रहा मायागंज हॉस्पिटल में एड्स पीड़ितों के प्रति चिकित्सकाें-कर्मचारियों का अमानवीय व्यवहार भागलपुर : दो दिन पहले एड्स पीड़ित को बिना इलाज जेएलएनएमसीएच (मायागंज हॉस्पिटल) के वापस कर दिया तो सोमवार को एड्स प्रभावित एक दिन के मासूम को ढाई घंटे तक दवा नहीं दी. शनिवार (चार मार्च) को इशाकचक निवासी एक प्रसूता […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 7, 2017 4:49 AM

थम नहीं रहा मायागंज हॉस्पिटल में एड्स पीड़ितों के प्रति चिकित्सकाें-कर्मचारियों का अमानवीय व्यवहार

भागलपुर : दो दिन पहले एड्स पीड़ित को बिना इलाज जेएलएनएमसीएच (मायागंज हॉस्पिटल) के वापस कर दिया तो सोमवार को एड्स प्रभावित एक दिन के मासूम को ढाई घंटे तक दवा नहीं दी. शनिवार (चार मार्च) को इशाकचक निवासी एक प्रसूता (एड्स ग्रसित) को मायागंज हॉस्पिटल के स्त्री एवं प्रसूति रोग विभाग में प्रसव के लिए भरती कराया गया. पीड़िता की सास की माने तो उनकी बहू लगातार प्रसव दर्द से चिल्ला रही थी लेकिन यहां पर तैनात चिकित्सकों ने आॅपरेशन करने से इनकार करते हुए प्राइवेट अस्पताल ले जाने की सलाह दी. हताश-परेशान परिजन प्रसूता को लेकर तिलकामांझी स्थित एक निजी नर्सिंग
होम लेकर गये जहां रविवार की दोपहर में प्रसूता को बेटा पैदा हुआ. यहां के चिकित्सकों ने नवजात को एड्स की दवा पिलाने के लिए मायागंज हॉस्पिटल के एआरटी सेंटर भेजा. सोमवार को पूर्वाह्न 11 बजे यहां पर नवजात को लेकर उसकी दादी आयी. दादी की माने तो उसे ढाई घंटे तक यहां के जिम्मेदारों ने एक रूम से लेकर दूसरे रूम तक दौड़ाया. उसके साथ दुर्व्यवहार किया गया. बहुत हस्तक्षेप के बाद नवजात को दोपहर डेढ़ बजे एड्स की दवा पिलायी गयी.
आॅपरेशन के बाद एड्स पीड़ित को दर्द से तड़पता हुआ छोड़ दिया
सुलतानगंज निवासी एक एड्स मरीज को मायागंज में तीन दिन पहले भरती किया गया था. उसके जांघ में ट्यूमर हुआ था. शनिवार की शाम करीब पांच बजे उसका इमरजेंसी के आॅपरेशन थिएटर में आॅपरेशन किया गया. आॅपरेशन के बाद उसे अस्पताल में शिफ्ट तो कर दिया गया लेकिन चिकित्सक दवा लिखना भूल गये. आलम यह हुआ कि 48 घंटे से अधिक देर तक एड्स का मरीज दर्द से परेशान रहा. सोमवार की शाम करीब चार बजे तक उसे दवा नहीं मिली थी.

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