15 दिन में दीजिए जवाब, वरना घर जाइए

भागलपुर : भागलपुर में बिजली की फ्रेंचाइजी व्यवस्था समाप्त करने की दिशा में साउथ बिहार पावर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी लिमिटेड (एसबीपीडीसीएल) ने अपना कदम आगे बढ़ा दिया है. मुख्यालय पटना ने सोमवार को फ्रेंचाइजी कंपनी बीइडीसीपीएल को 11 पेज का नोटिस जारी कर दिया है. इसकी एक कॉपी भागलपुर इलेक्ट्रिक सप्लाई एरिया (बेसा) को भी भेजी […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 7, 2017 4:51 AM

भागलपुर : भागलपुर में बिजली की फ्रेंचाइजी व्यवस्था समाप्त करने की दिशा में साउथ बिहार पावर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी लिमिटेड (एसबीपीडीसीएल) ने अपना कदम आगे बढ़ा दिया है.

मुख्यालय पटना ने सोमवार को फ्रेंचाइजी कंपनी बीइडीसीपीएल को 11 पेज का नोटिस जारी कर दिया है. इसकी एक कॉपी भागलपुर इलेक्ट्रिक सप्लाई एरिया (बेसा) को भी भेजी गयी है. एसबीपीडीसीएल के चीफ इंजीनियर (कॉमर्शियल) नरेंद्र कुमार की ओर से जारी नोटिस में कहा गया है कि फ्रेंचाइजी नोटिस का जवाब 15 दिन के अंदर दे. कंपनी से जवाब नहीं मिलने या फिर पहले की तरह जवाब संतोषप्रद नहीं रहा, तो उन्हें टर्मिनेट करने से पहले 15 दिनों की प्रारंभिक नोटिस जारी की जायेगी. इसके बाद बिना कोई कानूनी प्रक्रिया के फ्रेंचाइजी व्यवस्था समाप्त यानी कंपनी का अनुबंध खत्म कर दिया जायेगा.

सरकार का कड़ा रुख : बिजली की फ्रेंचाइजी छीनने की दिशा में बढ़ाया कदम, नोटिस जारी
कमिश्नर, डीएम और बेसा की रिपोर्ट पर आगे बढ़ी है कार्रवाई
प्रमंडलीय आयुक्त, डीएम और बेसा की रिपोर्ट पर मुख्यालय ने कार्रवाई की दिशा में कदम उठाया है. नौ अगस्त की नोटिस में पीरपैंती की बिजली व्यवस्था पर सवाल उठाया गया था. बताया गया था कि वहां पांच एमवीए का पावर ट्रांसफॉर्मर बिजली आपूर्ति के लिए पर्याप्त नहीं है. वहीं शहरी क्षेत्र में 15-16 व ग्रामीण क्षेत्र में 10-11 घंटे तक ही बिजली आपूर्ति होने की बात सामने आयी थी. दूसरी नोटिस कमिश्नर के रिपोर्ट पर जारी की गयी थी. कमिश्नर ने लेटर के जरिये कहा था कि मेरा यह सुझाव होगा कि फ्रेंचाइजी कंपनी के साथ एकरारनामा रद्द कर उनसे शहर व निकटवर्ती क्षेत्र अलीगंज और कहलगांव विद्युत आपूर्ति प्रमंडल का विद्युत वितरण का प्रभार वापस लिया जाये. नोटिस का कंपनी से मिले जवाब को एसबीपीडीसीएल ने भ्रामक बताया है.
जवाब भ्रामक, कंपनी को दिया जा रहा एक मौका
नोटिस में कहा गया है कि डिफॉल्टर से पहले भेजे गये नोटिस का जवाब संतोषप्रद नहीं है. जवाब भ्रामक है. यह स्वीकारने योग्य नहीं है. ऐसे तो कंपनी को टर्मिनेट करने से पहले 15 दिनों का प्रारंभिक नोटिस देना चाहिए था, मगर कंपनी को एक मौका दिया जा रहा है.
कंपनी को नोटिस मिलने की बात सही नहीं है. अफवाह पर न जायें. काम करवाने से संबंधित ऐसे लेटर मिलते ही रहते हैं. लेटर के निर्देश के आधार पर काम कराया जाता है. कंपनी को हटाने या चेतावनी से संबंधित ऐसी कोई नोटिस नहीं मिली है.
कुलदीप कौल, सीइओ, बीइडीसीपीएल
समय से ट्रांसफॉर्मर नहीं बदले गये, एकरारनामा की शर्त का उल्लंघन
भुरिया( सन्हौला) : एक माह बाद
ओगारी( कहलगांव) : 16 दिन बाद
मिरजानहाट : तीन दिन बाद
मोहीद्दीननगर : तीन दिन बाद
भीखनपुर गुमटी नंबर-1 : चार दिन बाद
सुलतानपुर भिट्ठी : चार दिन बाद
ठाकुरबाड़ी (अलीगंज) : तीन दिन बाद
महेशपुर लाल कोठी : तीन दिन बाद

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