जलसंकट: दो दिन और लग जायेंगे चैनल तैयार होने में, इंटक वेल के पास सूख रहा पानी

भागलपुर: वाटर वर्क्स से जलापूर्ति किसी भी समय बंद हो सकती है. अगर मजदूरों द्वारा इंटक वेल के सामने पानी से गाद निकलना दो घंटे भी बंद हो जाये तो जलापूर्ति सेवा बंद हो जायेगी. गाद निकलने के बाद भी इंटकवेल के चारों ओर पानी सूख रहा है. बचा पानी कब खत्म हो जायेगा, कहना […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 9, 2017 9:04 AM
भागलपुर: वाटर वर्क्स से जलापूर्ति किसी भी समय बंद हो सकती है. अगर मजदूरों द्वारा इंटक वेल के सामने पानी से गाद निकलना दो घंटे भी बंद हो जाये तो जलापूर्ति सेवा बंद हो जायेगी. गाद निकलने के बाद भी इंटकवेल के चारों ओर पानी सूख रहा है. बचा पानी कब खत्म हो जायेगा, कहना मुश्किल है.
वर्तमान में जो स्थिति है उससे यह भी लग रहा है कि अगर पछिया हवा बहुत तेज चलेगी तो जो पानी इंटक वेल के सामने बचा है वह भी सूख जायेगा. अभी दोनों इंटक वेल ड्राय और वेट इंटक वेल की छह मोटर में से पांच चल रहा है. एक बंद है. जो चल रहा है उनमें से पांचों में से दो मशीन बराबर एयर ले रही है. पानी मटमैला ही निकल रहा है. सबसे बड़ी परेशानी यह कि पानी इतना मटमैला है कि फिल्टर करने के बाद भी साफ नहीं हो रहा है. बुधवार काे पैन इंडिया एजेंसी और बुडको के पदाधिकारियों की बैठक हुई. दो दिन से जो चैनल बनाने का काम चल रहा है उसे पूरी तरह तैयार होने में दो दिन तक का और समय लगेगा. दो दिन बाद गंगा के बीच धार से पानी इंटक वेल तक चला आयेगा.
नगर निगम बेपरवाह
वाटर वर्क्स के इंटक वेल मेें पानी नहीं आने की जो समस्या हो रही है इसके समाधान में नगर निगम द्वारा ज्यादा रुचि नहीं दिखायी जा रही है. जबकि हर गरमी में होने वाले जल संकट को लेकर निगम पूरी तरह तत्पर रहता था. इस मुद्दे पर विधायक अजीत शर्मा भी इस बार ज्यादा रुचि नहीं ले रहे हैं. उनके कई बयान जरूर आये. मेयर एक बार पानी की स्थिति को देखने के लिए वाटर वाटर वर्क्स सोमवार को गये थे. उन्होंने कई निर्देश भी दिये थे. एक ओर जहां शहर में पानी के लिए हाहाकर मचा हुआ है, वहीं दूसरी ओर निगम की लापरवाही के कारण हर दिन आधा दर्जन अवैध बोरिंग का कनेक्शन किया जा रहा है. पिछले दो साल में निगम के पास दो दर्जन से ज्यादा आवेदन नहीं आये. इससे 10 गुणा से अधिक अवैध बोरिंग का कनेक्शन किया गया है. निगम के नियम के अनुसार तीन सौ फीट ही बोरिंग करना है. लेकिन चोरी- छिपे बोरिंग हो रही है.

Next Article

Exit mobile version