अनाज ढुलाई में पकड़े चार ट्रक को मिला क्लीन चिट
भागलपुर: राज्य खाद्य निगम (एसएफसी) की जांच रिपोर्ट में अनाज कालाबाजारी के संदेह में पकड़े गये चार ट्रक को क्लीनचिट दी गयी है. एसएफसी जिला प्रबंधक गुलाब हुसैन ने बबरगंज थाना प्रभारी की कार्रवाई में पकड़े चारों ट्रक का वजन कराया और जीपीएस मॉनीटरिंग रिपोर्ट की जांच की. जिलाधिकारी आदेश तितरमारे को भेजे विभागीय जांच […]
भागलपुर: राज्य खाद्य निगम (एसएफसी) की जांच रिपोर्ट में अनाज कालाबाजारी के संदेह में पकड़े गये चार ट्रक को क्लीनचिट दी गयी है. एसएफसी जिला प्रबंधक गुलाब हुसैन ने बबरगंज थाना प्रभारी की कार्रवाई में पकड़े चारों ट्रक का वजन कराया और जीपीएस मॉनीटरिंग रिपोर्ट की जांच की. जिलाधिकारी आदेश तितरमारे को भेजे विभागीय जांच रिपोर्ट में कहा कि सभी चारों ट्रक में अनाज का वजन सही था. जीपीएस में भी संबंधित ट्रक तय रूट से डायवर्ट नहीं थे. ट्रक चालकों ने ढुलाई में देरी को लेकर विक्रमशिला सेतु पर जाम लगने का कारण बताया. जिला प्रबंधक ने रिपोर्ट में मुख्य ट्रांसपोर्टर से स्पष्टीकरण पूछने का उल्लेख किया. जिलाधिकारी ने एसएफसी प्रबंधक की रिपोर्ट पर सहमति जतायी है.
यह हुआ था मामला. 10 मार्च को बबरगंज थाना प्रभारी ने देर रात दो बजे गश्त करने के दौरान चार अनाज से लदे ट्रक को एक गली में पकड़ा था. गंगटी बजरंगबली चौक के समीप ट्रक पकड़ने के दौरान उसके चालक व परिचालक भाग गये. सभी ट्रक को थाना ने जब्त कर लिया. एसएफसी जिला प्रबंधक ने ट्रकों का वजन कराया. देर रात तक मामला दर्ज होने को लेकर विमर्श हुआ. प्रबंधक के ट्रक छोड़ने संबंधी पत्र मिलने पर थाना ने सभी ट्रक को छोड़ दिया.
यह उठे परिचालन पर सवाल. बबरगंज थाना के पकड़े चार ट्रक के परिचालन पर सवाल खड़ा हो गया है. गोराडीह व सुलतानगंज जाने के लिए ट्रक चालक गुड़हट्टा चौक तो आयेंगे, मगर सन्हौला के लिए सबौर व घोघा की ओर जाने के बजाय शहर के अंदर आने की बात समझ से परे है. सबौर से होकर सन्हौला की दूरी कम है, जबकि जगदीशपुर से होकर सन्हौला की दूरी अधिक है.
भागलपुर के अलावा पटना मुख्यालय से होती है जीपीएस मॉनीटरिंग. एसएफसी के अनाज ढुलाई की पूरी प्रक्रिया में वाहनों की जीपीएस मॉनीटरिंग भागलपुर के अलावा पटना मुख्यालय से होती है. पटना मुख्यालय से जीपीएस मॉनीटरिंग की रिपोर्ट सीधे जिलाधिकारी को दी जाती है. स्थानीय भागलपुर से होनेवाली जीपीएस से मुख्य रूप से डोर स्टेप डिलिवरी (डीएसडी) पर नजर रखी जाती है, जो दिन के समय होती है.