हड़ताल: डाकघरों में लटके रहे ताले, न डाक की हुई बुकिंग न डिलिवरी, 10 करोड़ का कारोबार रहा प्रभावित
भागलपुर: 21 सूत्री मांगों को लेकर गुरुवार को डाक कर्मियों की हड़ताल रही. डाक कर्मियों की एकदिनी हड़ताल के चलते जिले भर के बड़े- छोटे सभी 314 डाकघरों में ताले लटके रहे. इस दौरान न तो डाक की बुकिंग हुई और न ही इसकी डिलिवरी. बैंकिंग सेवाएं भी ठप रही. लगभग 10 कराेड़ रुपये तक […]
भागलपुर: 21 सूत्री मांगों को लेकर गुरुवार को डाक कर्मियों की हड़ताल रही. डाक कर्मियों की एकदिनी हड़ताल के चलते जिले भर के बड़े- छोटे सभी 314 डाकघरों में ताले लटके रहे. इस दौरान न तो डाक की बुकिंग हुई और न ही इसकी डिलिवरी. बैंकिंग सेवाएं भी ठप रही. लगभग 10 कराेड़ रुपये तक का कारोबार प्रभावित रहा. एक लाख से ज्यादा चिट्ठी-पतरी सहित पार्सल फंसी रही.
लोगों को आवश्यक कार्य में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा है. जिले भर के डाक सहायक, पोस्टमैन, ग्रुप डी व जीडीएस मिला कर लगभग 1100 डाक कर्मचारी हड़ताल पर रहे. सुबह लगभग 10 बजे से डाक कर्मचारी प्रधान डाकघर परिसर में इकट्ठा हुए. यहां कर्मचारियों ने अपनी मांगों के समर्थन में नारेबाजी की. संयुक्त संघर्ष समिति डाक विभाग के बैनर तले आयोजित प्रदर्शन में फेडरेशन ऑफ नेशनल पोस्टल इंप्लाइज यूनियन, नेशनल फेडरेशन आॅफ पोस्टल इंप्लाइज यूनियन, भारतीय मजदूर संघ के पदाधिकारी व सदस्य डाकघरों के कर्मचारी अधिकारी शामिल हुए. इस दौरान डाक कर्मचारियों ने रिक्त पदों को शीघ्र भरने, भरती पर लगी रोक हटाने, विभागों में पुराने उपकरणों को बदलने, ग्रामीण डाक सेवा कर्मियों को विभागीय कर्मचारी का दर्जा देने सहित कई मांगें की.
जिले के सभी डाक कर्मी अपनी 21 सूत्री मांगों के समर्थन में हड़ताल रहे. हड़ताल के चलते कामकाज पूरी तरह ठप रहा. पोस्टऑफिस में ताले तो नहीं लगाये गये हैं, लेकिन अंदर एक भी कर्मचारी मौजूद नहीं है. मुख्य डाक घर के सामने संयुक्त संघर्ष समिति डाक विभाग के बैनर तले हमसभी प्रदर्शन कर रहे हैं.
एसकेपी सिन्हा,पोस्टमास्टर, प्रधान डाकघर