विवि से राजभवन का महत्वपूर्ण पत्र गायब

भागलपुर: राजभवन से आया महत्वपूर्ण पत्र तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय से गायब हो गया है. इसे लेकर विवि में हड़कंप है. विवि की 22 बीघा जमीन की घेराबंदी को लेकर राजभवन ने विवि को अनुमति पत्र भेजा था. इसमें जमीन की घेराबंदी को लेकर राजभवन का निर्देश है. ऐसे में 22 बीघा जमीन की घेराबंदी का […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 17, 2017 8:55 AM
भागलपुर: राजभवन से आया महत्वपूर्ण पत्र तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय से गायब हो गया है. इसे लेकर विवि में हड़कंप है. विवि की 22 बीघा जमीन की घेराबंदी को लेकर राजभवन ने विवि को अनुमति पत्र भेजा था. इसमें जमीन की घेराबंदी को लेकर राजभवन का निर्देश है. ऐसे में 22 बीघा जमीन की घेराबंदी का काम अटक सकता है.

फंड को लेकर विवि इंजीनियरिंग विभाग से विवि वित्तीय पदाधिकारी को फाइल बढ़ायी गयी थी. लेकिन घेराबंदी को लेकर राजभवन से आया पत्र फाइल में नहीं जोड़ा गया था. वित्तीय पदाधिकारी ने फाइल यह कह कर लौटा दिया कि राजभवन से आये पत्र के साथ फाइल भेजे. विवि के लोगों ने राजभवन से आये पत्र की वीसी कार्यालय में खाेजबीन की, तो पत्र गायब होने की बात सामने आयी.

साजिश के तहत पत्र गायब कराने की चर्चा
इधर विवि इंजीनियरिंग विभाग के लोगों का कहना है कि यदि फंड ही नहीं मिलेगा, तो विवि के 22 बीघा जमीन की घेराबंदी का काम आगे नहीं बढ़ पायेगा. घेराबंदी के लिए चार पार्ट में काम किया जाना है. 50 लाख रुपये घेराबंदी में खर्च होंगे. विवि में चर्चा है कि विवि की 22 बीघा जमीन पर भू-माफिया की पहले से नजर है. एक साजिश के तहत विवि के लोगों व भू-माफिया की मिलीभगत से राजभवन के पत्र को गायब कराने की बात कही जा रही है.
चर्चा यह भी है कि पत्र गायब कराने के पीछे एक रैकेट काम कर रहा है. विवि जमीन पर कब्जा करने के लिए शहर के भू-माफिया व विवि के कुछ लोगों की मिलीभगत से नाथनगर अंचल से अवैध रूप से विवि जमीन की रसीद कटायी गयी थी. मामला प्रकाश में आने के बाद विवि प्रशासन ने छानबीन की. नाथनगर अंचल अधिकारी ने भी माना था कि गलत तरीके से अंचल कर्मचारी ने रसीद काट दिया है. जमीन विवि की है.
जमीन घेराबंदी को लेकर राजभवन से आया पत्र मेरी नजर से नहीं गुजरा है. यह जानकारी थी कि जमीन घेराबंदी को लेकर राजभवन ने विवि को पत्र भेजा है. राजभवन के गायब हुए पत्र की खोजबीन शुक्रवार को करायी जायेगी. इस संबंध में संबंधित लोगों से भी पूछताछ की जायेगी. जमीन की घेराबंदी निश्चित रूप से करायी जायेगी. राजभवन के कागजात कुलपति कार्यालय से गायब होते हैं, तो यह गंभीर बात है. ऐसा करनेवालों को बख्शा नहीं जायेगा.
प्रो क्षमेंद्र कुमार सिंह, कुलपति

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