जेइइ उत्तीर्ण छात्रों का होगा नामांकन
भागलपुर: भागलपुर इंजीनियरिंग कॉलेज कैंपस में खुल रहे ट्रिपल आइटी में उन्हीं छात्र-छात्राओं का नामांकन होगा, जो जेइइ से उत्तीर्ण होंगे. आइआइटी में नामांकन की जिस प्रक्रिया को अपनायी जाती है, उसी प्रक्रिया के तहत नामांकन होगा. यहां देश भर के छात्र रह कर पढ़ाई करेंगे. बिहार सरकार के साइंस एंड टेक्नोलॉजी विभाग के निदेशक […]
भागलपुर: भागलपुर इंजीनियरिंग कॉलेज कैंपस में खुल रहे ट्रिपल आइटी में उन्हीं छात्र-छात्राओं का नामांकन होगा, जो जेइइ से उत्तीर्ण होंगे. आइआइटी में नामांकन की जिस प्रक्रिया को अपनायी जाती है, उसी प्रक्रिया के तहत नामांकन होगा. यहां देश भर के छात्र रह कर पढ़ाई करेंगे.
बिहार सरकार के साइंस एंड टेक्नोलॉजी विभाग के निदेशक अतुल सिन्हा ने बताया कि ट्रिपल आइटी का सेपरेट कैंपस 50 एकड़ में होगा. कैंपस में प्रवेश के लिए एनएच 80 से सीधे पहुंचने का रास्ता होगा. जीरोमाइल से सबौर की ओर जाने के दौरान मिलनेवाले इंजीनियरिंग कॉलेज के पहले गेट से पहले ही ट्रिपल आइटी का बड़ा सा गेट होगा. यहां से 50 फीट चौड़ी जमीन पर मुख्य रास्ता संस्थान में प्रवेश करेगा. कैंपस में पहुंचने पर सबसे पहले प्रशासनिक भवन व इसके बाद आवासीय भवन मिलेगा.
जबलपुर ट्रिपल आइटी की तर्ज पर होगा निर्माण : श्री सिन्हा ने बताया कि चिह्नित किये गये स्थल पर आम के काफी पेड़ हैं. यह प्रयास किया जा रहा है कि भवनों का निर्माण इस तरह से हो कि पेड़ कम से कम काटे जाएं या फिर कटे ही नहीं. इसके लिए प्रारंभिक निर्णय लिया गया है कि सात मंजिला भवन बनाया जाये. सात मंजिला भवन इसलिए भी कि जबलपुर ट्रिपल आइटी परिसर 200 एकड़ का है. फिर भी उसमें सात मंजिला भवन निर्माण कराया गया है. इंजीनियर को यह निर्देश दिया गया है कि पूर्व के नक्शा में थोड़ा बदलाव किया जाये.
पहले गेट व बाउंड्री का होगा निर्माण : श्री सिन्हा ने बताया कि ट्रिपल आइटी के स्थायी कैंपस में पहले गेट व उस पर बोर्ड और बाउंड्री का निर्माण होगा. दूसरी तरफ नक्शा निर्माण और बजट पास होने के बाद भवन निर्माण के लिए टेंडर निकाला जायेगा.
पीपीपी मोड पर होगा संचालन : श्री सिन्हा ने बताया कि ट्रिपल आइटी का संचालन पीपीपी मोड पर होगा. इसमें 50 प्रतिशत केंद्र, 35 प्रतिशत बिहार सरकार और 15 प्रतिशत बेल्ट्रॉन का होगा. उन्होंने बताया कि अभी यह तय नहीं हुआ है कि निर्माण कार्य कौन करायेगा. लेकिन यह जल्द तय हो जायेगा.
300 सीट पर होगा नामांकन
संस्थान में जेइइ से आनेवाले बच्चों का 300 सीट पर नामांकन होगा. अभी कंप्यूटर साइंस व आइटी की पढ़ाई शुरू करने की योजना है. भविष्य में रोबोटिक्स की पढ़ाई शुरू हो सकती है.
128 से बढ़ कर 200 करोड़ को भी पार कर गयी लागत
श्री सिन्हा के अनुसार वर्ष 2010-11 में केंद्र सरकार ने देश में 20 ट्रिपल आइटी की स्थापना की घोषणा की थी. इसमें एक भागलपुर भी था. उस समय पर इस पर आनेवाली लागत 128 करोड़ रुपये थी. निर्माण कार्य शुरू होते-होते देर हो गयी है. लिहाजा अब इस पर 200 करोड़ से भी अधिक लागत आयेगी.
बाढ़ से बचने के लिए किये जायेंगे उपाय
श्री सिन्हा का कहना था कि टीम को यह पता है कि इस कैंपस में गंगा की बाढ़ आती है. इससे ट्रिपल आइटी का परिसर बचा रहे, इसके उपाय निर्माण के दौरान किये जायेंगे. उम्मीद की जा रही है कि अब तक आयी बाढ़ के उच्चतम जलस्तर को ध्यान में रखते हुए कैंपस की ऊंचाई रखी जायेगी.