दी बधाई, सजी रंगोली तो कहीं दीप जले

हिंदू नववर्ष. जगह-जगह लहराया केसरिया झंडा, कई धार्मिक आयोजन हुए कहीं सभा, तो कहीं मिठाई बांट किया स्वागत भागलपुर : हिंदू नववर्ष चैत्र शुक्ल पक्ष बुधवार को चैत्र नवरात्र शुरू हुआ. शहर में हिंदू नववर्ष मनाने को लेकर लोगों में उत्साह दिख रहा था. सुबह से ही हर जगह पर हिंदू नववर्ष मंगलमय व ओम […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 30, 2017 4:41 AM

हिंदू नववर्ष. जगह-जगह लहराया केसरिया झंडा, कई धार्मिक आयोजन हुए

कहीं सभा, तो कहीं मिठाई बांट किया स्वागत
भागलपुर : हिंदू नववर्ष चैत्र शुक्ल पक्ष बुधवार को चैत्र नवरात्र शुरू हुआ. शहर में हिंदू नववर्ष मनाने को लेकर लोगों में उत्साह दिख रहा था. सुबह से ही हर जगह पर हिंदू नववर्ष मंगलमय व ओम अंकित केसरिया झंडा पूरे शहर में छाया था. लोग एक-दूसरे को विक्रम संवत 2074 के शुरू होने की बधाई दे रहे थे. शहर के विभिन्न हिस्सों में कोई ओम अंकित केसरिया झंडा लिये घूम रहा था, तो शहर कोई सभा आयोजित कर नववर्ष का स्वागत कर रहा था. कुछ लोग मिठाई बांट कर नववर्ष की खुशी मना रहे थे.
पथ संचलन में शामिल हुए सैकड़ों स्वयंसेवक : राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की ओर से आनंदराम ढांढानिया शिशु मंदिर में भारतीय नववर्ष मनाया गया. पथ संचलन में सैकड़ों स्वयंसेवकों ने हिस्सा लिया. कार्यक्रम के मुख्य शिक्षक हरविंद नारायण भारती थे व मंच का संचालन गौतम हरि ने किया. बालमुकुंद गुप्त बौद्धिककर्ता के रूप में सहयोग दे रहे थे. कार्यक्रम की शुरुआत सरसंघचालक प्रणाम से हुआ.
इसके बाद उत्तम ने गीत प्रस्तुत किया. सत्येंद्र ने कार्यक्रम के अधिकारियों से परिचय कराया. मुख्य वक्ता बालमुकुंद ने कहा कि हमने अपने इतिहास को भुला दिया था, लेकिन राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने 1925 से लगातार हिंदू नववर्ष मना रहा है. समाज के जागरण में हिंदू नववर्ष की महत्वपूर्ण भूमिका है. आज के दिन ही श्रीराम का राज्याभिषेक, संत झूलेलाल का जन्म व युधिष्ठिर का राज्याभिषेक हुआ था. राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के संस्थापक डॉ केशव बलिराम हेडगेवार का जन्म भी आज ही के दिन हुआ था. मौके पर क्षेत्रीय संगठन मंत्री दिवाकर घोष, निरंजन साह, दीपक घोष, सुरेश साह, राजू जिलोका, प्रभु दयाल एवं रवि सिन्हा उपस्थित थे.
दुर्गा चरण स्कूल में हुई पहली पूजा : चैती दुर्गा, वासंती पूजा कमेटी द्वारा आदमपुर स्थित छोटी दुर्गा चरण स्कूल में कलश स्थापना के साथ ही पहली पूजा हुई. पंडित असीम चक्रवर्ती ने वैदिक मंत्रोच्चार के साथ पूजा कराया. दुर्गापुर बंगाल से आये अनूप डे, अजय दास ने मां की प्रतिमा को बनाया है. पूजा के दौरान पुष्पिता घोष, अंजली नियोगी, तंद्रा मित्रा, शिप्रा चौधरी, अंतरा चाैधरी, पंपा घोष, आभा कर्मकार, माला गांगुली, सुमित्र घोष, देवाशीष बनर्जी, मानवेंद्र घोष राय, शांतनु गांगुली, तरुण घोष, अलक चौधरी आदि मौजूद रही.

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