पत्नी, साला, ससुर पर अपहरण व हत्या का आरोप
लापता सिपाही के परिजनों ने दी आंदोलन की चेतावनी, भाई ने दर्ज करायी प्राथमिकी अकबरनगर : अकबरनगर के छिंट मकंदपुर निवासी अग्निशमन सिपाही आजाद कुमार का अबतक कोई पता नहीं चल पाया है. वह 28 मार्च को रहस्यमय तरीके से लापता हो गया था. इस मामले में शनिवार को उसके भाई अमीर राज ने अकबरनगर […]
लापता सिपाही के परिजनों ने दी आंदोलन की चेतावनी, भाई ने दर्ज करायी प्राथमिकी
अकबरनगर : अकबरनगर के छिंट मकंदपुर निवासी अग्निशमन सिपाही आजाद कुमार का अबतक कोई पता नहीं चल पाया है. वह 28 मार्च को रहस्यमय तरीके से लापता हो गया था. इस मामले में शनिवार को उसके भाई अमीर राज ने अकबरनगर थाना में उसके ससुरालवालों पर अपहरण कर हत्या करने का मामला दर्ज कराया. सिपाही की पत्नी, साला, ससुर व साढ़ू को आरोपित बनाया गया है. सिपाही की पत्नी पर योजना बना कर अपहरण कर हत्या कराने का आरोप लगाया गया है. इसमें ससुर व साला की भी संलिप्तता बतायी गयी है. प्राथमिकी दर्ज होने के बाद पुलिस आरोपितों की गिरफ्तारी के प्रयास में जुट गयी है.
एसएसपी से मिले परिजन : इससे पहले आजाद के परिजनों ने एसएसपी मनोज कुमार से मिल कर घटना के बारे में बताया. एसएसपी के निर्देश पर मामला दर्ज किया गया.
आवेदन में लगाया है आरोप : सिपाही के भाई द्वारा दिये गये आवेदन में कहा गया है कि आजाद की पत्नी ने छुट्टी से लौटने के दौरान उसे ससुराल आने को कहा था. उसकी पत्नी ने कहा था कि सुलतानगंज बोलेरो भेज देते हैं. उसी से सुलतानगंज आ जाइएगा. सुलतानगंज में ट्रेन से उतरने के बाद आजाद ने अपने भतीजा को फोन पर बताया था कि वह बोलेरो से ससुराल जा रहा है. उसने यह भी कहा था कि बोलेरो में उसके अलावा और भी चार लोग हैं, जिन्हें वह नहीं जानता. इसके कुछ देर बाद ही सिपाही आजाद का मोबाइल स्विच ऑफ हो गया. घरवालों ने जब फोन से उसके ससुर से पूछा, तो उन्होंने उसके वहां नहीं पहुंचने की बात कही.
कहते हैं इंस्पेक्टर : शनिवार को भी सिपाही के परिजन व ग्रामीण अकबरनगर थाना पहुंचे. अंचल इंस्पेक्टर ललन शर्मा, थानाध्यक्ष श्यामल किशोर साह ने बताया कि मामले की गंभीरता पूर्वक जांच-पड़ताल की जा रही है. जल्द ही खुलासा कर लिया जायेगा. सिपाही के मोबाइल लोकेशन और उसके परिजनों के मोबाइल के कॉल डिटेल्स निकाले जा रहे हैं.
आरोपितों की गिरफ्तार के प्रयास में जुटी है पुलिस
28 मार्च को रहस्यमय तरीके से लापता हो गया था आजाद