गौ चरण की धूल बदल सकती है किस्मत
तीन दिवसीय गौ कथा का शुभारंभ गोपाल मणि महाराज ने गोधुली के महत्व पर की कथा भागलपुर : गाय जब घर शाम को लौटती है, तब उनके चरण से गोधुली उड़ती है. सबसे श्रेष्ठ बेला गोधुली कहलाती है. गौ चरण की धूल लोगों की किस्मत बदल सकती है. उक्त बातें गौ कथा वाचक गोपाल मणि […]
तीन दिवसीय गौ कथा का शुभारंभ गोपाल मणि महाराज ने गोधुली के महत्व पर की कथा
भागलपुर : गाय जब घर शाम को लौटती है, तब उनके चरण से गोधुली उड़ती है. सबसे श्रेष्ठ बेला गोधुली कहलाती है. गौ चरण की धूल लोगों की किस्मत बदल सकती है. उक्त बातें गौ कथा वाचक गोपाल मणि महाराज ने शनिवार को गोशाला में तीन दिवसीय गौ कथा के शुभारंभ पर कही. महापौर दीपक भुवानियां, स्वागताध्यक्ष शिव कुमार अग्रवाल, सह स्वागताध्यक्ष रामगोपाल पोद्दार, महासचिव सत्यनारायण पोद्दार, संरक्षक लक्ष्मीनारायण डोकानिया, श्रवण बाजोरिया, अभिषेक डालमिया व काशी प्रसाद झुनझुनवाला ने संयुक्त रूप से कार्यक्रम का उद्घाटन किया.
श्री मणि महाराज ने कथा में गोधुली का महत्व बताते हुए कहा कि जो माताएं गोधुली को मांग भरती हैं, उनके सुहाग की रक्षा गौ माता करती हैं. मौके पर चेंबर ऑफ कॉमर्स के महासचिव अशोक भिवानीवाला, नवीन ढांढनिया, संयोजक रोहित बाजोरिया, शिव केडिया, शंकर खेतान, शैलेश पोद्दार आदि उपस्थित थे.