असामाजिक तत्वों के सामने जीआरपी कमजोर या कुछ और

भागलपुर: वनांचल एक्सप्रेस में कहलगांव व पीरपैंती के बीच पत्रकार पर जानलेवा हमला करनेवालों के सामने जीआरपी पुलिस कमजोर पड़ गयी है. यही कारण है कि वारंट जारी होने के बाद लगातार छापेमारी के बाद भी छिनतई करनेवाला अभी तक जीआरपी के हाथ नहीं लग सका है. इससे जीआरपी की सुस्ती या फिर लापरवाही उजागर […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 9, 2014 10:12 AM

भागलपुर: वनांचल एक्सप्रेस में कहलगांव व पीरपैंती के बीच पत्रकार पर जानलेवा हमला करनेवालों के सामने जीआरपी पुलिस कमजोर पड़ गयी है. यही कारण है कि वारंट जारी होने के बाद लगातार छापेमारी के बाद भी छिनतई करनेवाला अभी तक जीआरपी के हाथ नहीं लग सका है. इससे जीआरपी की सुस्ती या फिर लापरवाही उजागर हो रही है. इस मामले में उच्चधिकारी भी खामोश हैं.

जीआरपी के इस रवैये के कारण एसआरपी अमिताभ कुमार दास को भी जवाब देने में भी नहीं बन रहा है. इस कारण लगातार फोन करने पर जवाब देने से बचने के लिए वे फोन रिसीव करने के बजाय फोन काट रहे हैं. सूत्र की माने तो एसआरपी श्री दास का भागलपुर जीआरपी बात ही नहीं मानती है.

यह पहली घटना नहीं है. इससे पहले भी कई घटनाओं में एसआरपी के निर्देश की जीआरपी ने धज्जियां उड़ा कर रख दी है. इधर, केस के आइओ सुबोध यादव ने बताया कि जब वारंट जारी हो गया है, तो आज न तो कल छिनतई करने वालों को सरेंडर करना ही होगा. अन्यथा उनके नाम कुर्की-जब्ती निकलेगी और जीआरपी कार्रवाई करेगी.

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