किशनगंज में 150 घर जल कर राख
भागलपुर : पछिया हवा ने अपना रूप दिखाना शुरू कर दिया है. रविवार को कोसी-पूर्व बिहार में अलग-अलग अगलगी की घटनाओं लगभग तीन सौ घर जल कर राख हो गये. सहरसा के नवहट्टा प्रखंड के डरहार गांव में 150 घर, किशनगंज के दिघलबैंक प्रखंड के सतकौआ पंचायत के कुतवा भिट्ठा गांव में 136 घर, सुपौल […]
भागलपुर : पछिया हवा ने अपना रूप दिखाना शुरू कर दिया है. रविवार को कोसी-पूर्व बिहार में अलग-अलग अगलगी की घटनाओं लगभग तीन सौ घर जल कर राख हो गये.
सहरसा के नवहट्टा प्रखंड के डरहार गांव में 150 घर, किशनगंज के दिघलबैंक प्रखंड के सतकौआ पंचायत के कुतवा भिट्ठा गांव में 136 घर, सुपौल के पिपरा थाना क्षेत्र के निर्मली वार्ड नंबर सात में रविवार की दोपहर आग लगने से चार घर, मधेपुरा के शंकरपुर प्रखंड में पांच, मुरलीगंज में पांच, अररिया के जोकीहाट में सात घर राख हो गये. इसके अलावा अगलगी की घटनाओं में फसलों को भी क्षति हुई है. सहरसा के भेलवा पंचायत के ननलाली गांव में दस एकड़, मधेपुरा के मुरलीगंज व कुमारखंड में दो एकड़, जबकि लखीसराय के चानन में खेत में रखा गेहूं का दो सौ बोझा आग की भेंट
चढ़ गया.
सहरसा प्रतिनिधि के अनुसार कोसी तटबंध के अंदर के डरहार गांव के वार्ड संख्या 6 व 7 में रविवार दोपहर लगी भीषण आग में लगभग डेढ़ सौ परिवार के घर जल कर राख हो गये. डरहार पंचायत के वार्ड संख्या छह व सात की लगभग एक हजार से अधिक की आबादी इस आग को लपेट में आकर तबाह व बरबाद हो गयी है. लगभग दो सौ परिवार के सभी आवश्यक वस्तु जल कर राख हो गये हैं. लोगों के सामने रहने व पेट की समस्या उत्पन्न हो गयी है. भेलवा पंचायत के नंनलाली गांव में रविवार को हाइटेंशन तार गिरने से लगी आग में 10 एकड़ से अधिक गेहूं की फसल जल गयी है. पछुआ के तेज हवा के झोंके के कारण हाइटेंशन तार टूट कर गेहूं के खेत में गिर गया. इसके कारण गेहूं फसल में भयानक आग लग गयी. इस आग से शिवकुमार यादव, राजकुमार यादव, जागो यादव, लालो यादव, विजेंद्र यादव, सियाराम यादव, गजेंद्र यादव, ललन शर्मा व छोटी शर्मा का गेहूं फसल जल गया.
किशनगंज प्रतिनिधि के अनुसार दिघलबैंक प्रखंड के सतकौआ पंचायत के कुतवा भिट्ठा गांव में रविवार दिन के 11 बजे अचानक आग लग गयी. कुछ ही मिनटों में आग ने विकराल रूप धारण कर लिया. आग की इस विनाश लीला में 100 से अधिक घर राख के ढेर में तब्दील हो गया. घटनास्थल पर मौजूद ग्रामीणों के मुताबिक महफूज आलम के घर में खाना बनाने के कर्म में उठी चिंगारी ने पूरे गांव में चीख-पुकार मचा दी, जिसने भी आग की लपटें और उठ रहे धुएं के गुब्बार को देखा घटना स्थल की ओर दौर पड़े. भीषण तपिश के कारण लोगों को आग पर काबू पाने में भारी मशक्कत करनी पड़ी. सूचना पर दिघलबैंक थाने में तैनात फायर ब्रिगेड की गाड़ी मौके पर पहुंचीं और स्थानीय लोगों ने बोरिंग चालू कर किसी तरह आग पर काबू पाया. लेकिन, तब-तक 35 परिवारों के कुल 136 छोटे-बड़े घर जल कर राख के ढेर में तब्दली हो गये. अगलगी की घटना में दो लोग सईद अली (70) व महफूज आलम (50) के अलावे दो बच्चे भी आग की चपेट में आने से घायल हो गये.
सहरसा व किशनगंज में अगलगी से तीन सौ घर राख
सहरसा, मधेपुरा व लखीसराय में लाखों की फसल भी जली
किशनगंज में अगलगी की घटना में दो बच्चों सहित चार घायल