खाता न बही, जो साहब कह गये, वहीं सही
भागलपुर. बाजार समिति की दुकान व गोदाम आवंटन में जांच टीम को किसी भी काम का कागजी सबूत तत्काल नहीं मिला. चाहे वह दुकान की जगह कागज में दरसायी जगह से अधिक का हो या फिर दुकान की राशि लेन-देने का मामला हो. दुकानदारों ने बातचीत में कहा कि यहां तो खाता न बही, जो […]
भागलपुर. बाजार समिति की दुकान व गोदाम आवंटन में जांच टीम को किसी भी काम का कागजी सबूत तत्काल नहीं मिला. चाहे वह दुकान की जगह कागज में दरसायी जगह से अधिक का हो या फिर दुकान की राशि लेन-देने का मामला हो. दुकानदारों ने बातचीत में कहा कि यहां तो खाता न बही, जो साहब कह गये, वही सही की कहावत चल रही थी. जांच टीम को लगभग दुकानदारों ने पैसा लेन-देन में पिंटू नाम के व्यक्ति का जिक्र किया. जांच में समिति के नारायण दास, राजेश मौजूद थे.
बाजार समिति में की गयी जांच में यह बात सामने आयी है कि बिना विभागीय निर्देश के काम हुए. पक्की दुकान को तोड़ना हो या दुकानदार को दी गयी जगह, कागज में कुछ और मौके पर कुछ और ही मिला है. यह सीधे अनियमितता व गड़बड़ी की ओर इशारा कर रहा है.
अमित कुमार, उप विकास आयुक्त, भागलपुर.
तीन घंटे में हुए कई चौंकाने वाले खुलासे
बागबाड़ी में दुकान आवंटन के नाम पर हुई धांधली की जांच उप विकास आयुक्त ने लगभग तीन घंटों तक की. आरटीआइ कार्यकर्ता अजीत कुमार सिंह की शिकायत पर हो रही जांच में वह भी साथ थे. जांच के क्रम में दुकानदारों ने आवंटन के नाम पर 3500 रुपया लेने व रसीद मात्र 1500 रुपये देने की बात कही. दुकानदारों से 12,000 भी एक साल के किराये के नाम पर लिया गया है. गोदाम आवंटन धारियों ने लिखित शिकायत की है कि आवंटन के नाम पर 60,000 से 1,00,000 रुपये तक लिया गया है. मगर उसकी रसीद नहीं दी गयी है. जांच के क्रम में कई अवैध निर्माण को भी उप विकास आयुक्त ने देखा और उनसे जब यह पूछा कि यह पक्का निर्माण का कार्य किस आदेश से किया जा रहा है, तो दुकानदारों ने बताया कि इस संबंध में मुझे कोई लिखित आदेश नहीं है. केवल मौखिक आदेश दिया गया है.
नगर निगम से नक्शा पास कराने के संबंध में उनसे पूछा तो उन्होंने यह बताया कि कोई भी नक्शा पास नहीं कराया गया है. पिंटू चौधरी की भी हुई गवाही : तत्कालीन सदर एसडीओ कुमार अनुज के द्वारा निजी कर्मचारी के तौर पर वहां पिंटू चौधरी को रखा गया था. पिंटू चौधरी ही बाजार समिति में दुकान आवंटन का सारा हिसाब-किताब फाइनल रखता था. समिति में दुकान आवंटन में किसे कहां प्लाॅट देना है और कितना लेना है, यह पिंटू चौधरी ही करता था. सूत्रों के अनुसार, उप विकास आयुक्त की जांच में पिंटू चौधरी से भी पूछताछ हुई. उसने अपनी गवाही में दुकान आवंटन का पूरा ब्योरा दिया है.