पीरपैंती थाना के चौकीदार से 48 हजार की लूट

पीरपैंती : थाना क्षेत्र अंतर्गत एनएच 133 पर पसाहीचक मोड़ के पास शनिवार को दिनदाहड़े पीरपैंती के शादीपुर निवासी पीरपैंती थाना के चौकीदार राजेंद्र पासवान से बाइक सवार लुटेरों ने 48 हजार रुपये लूट लिये. चौकीदार ने पैसे झोले में रखे थे. पीड़ित चौकीदार ने बताया कि मेरी बेटी का 17 अप्रैल को तिलक था. […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 16, 2017 2:37 AM

पीरपैंती : थाना क्षेत्र अंतर्गत एनएच 133 पर पसाहीचक मोड़ के पास शनिवार को दिनदाहड़े पीरपैंती के शादीपुर निवासी पीरपैंती थाना के चौकीदार राजेंद्र पासवान से बाइक सवार लुटेरों ने 48 हजार रुपये लूट लिये. चौकीदार ने पैसे झोले में रखे थे. पीड़ित चौकीदार ने बताया कि मेरी बेटी का 17 अप्रैल को तिलक था.

उसके लिए ही मैंने शेरमारी बाजार स्थित स्टेट बैंक की शाखा से 49 हजार रुपये निकाले थे. पैसे निकालने के बाद घर जाने के लिये टेंपो पर बैठा. एक हजार रुपये मैंने खर्च किये थे. झोला में पैसे के साथ एलआइसी के कागजात व बैंक का पासबुक भी था. टेंपो से रिफातपुर वासा के पास मुख्य सड़क पर उतरकर घर की ओर जा रहा था.

तभी दो नवयुवक मोटरसाइकिल से मेरे समीप आकर रुके. एक ने बाइक चालू रखा और दूसरे ने झोला छीन लिया. फिर बाइक से दोनों पीरपैंती की ओर फरार हो गये. इस घटना के बाद चौकीदार के सामने पुत्री की शादी को लेकर समस्या खड़ी हो गयी है. परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है. चौकीदार ने पीरपैंती थाना को सूचना दे दी है.

दो माह पहले इसी जगह के पास हुई थी डकैती : दो माह पूर्व इसी जगह से 200 मीटर की दूरी पर सिमानपुर मोड़ के पास भोला यादव के घर में हुई डकैती की घटना का अब तक खुलासा नहीं हो पाया है.
बैंक में रहती है अपराधियों की नजर : पीरपैंती स्टेट बैंक परिसर पर अपराधियों की नजर रहती है. वहां से पैसे निकालने वालों के पहले अन्य लोगों को इसकी जानकारी हो जाती है. लोगों का कहना है कि पैसा लेने वालों से बैंक के स्टाफ जोर से पूछते हैं कि आपको कितना पैसा लेना है. इससे अन्य लोगों को पता चल जाता है कि कौन व्यक्ति कितना पैसा निकाल रहा है.
इसके बाद अपराधी उसके पीछे पड़ जाते हैं. अब तक बैंक से अपने गंतव्य तक जाने के दौरान दर्जनों लोगों के पैसे अपराधियों ने या तो उनकी मोटरसाइकिल की डिक्की तोड़ कर उड़ा लिये हैं या छीन लिये हैं. हरिणकोल पंचायत के सरपंच वरुण गोस्वामी ने कहा कि अब पुलिस निष्क्रिय हो गयी है. क्षेत्र में लगातार घटनाएं हाे रही हैं. अपराधी जब थाना के स्टाफ को लूट सकते हैं, तो आम आदमी की क्या स्थिति होगी.

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