असुरक्षा ऐसी कि कर्मचारियों को ही भरोसा नहीं सिस्टम पर
तीन माह में आधा दर्जन बाइक व साइकिल चोरी भागलपुर : सदर अस्पताल में बीते तीन माह में करीब आधा दर्जन बाइक व साइकिल चोरी हो चुकी है. यहां तक मरीज भी सुरक्षित नहीं हैं अब तो. बाइक-साइकिल चोरी हो न जाये, इसके लिए कर्मचारियों ने अपनी-अपनी बाइक-साइकिलों को अस्पताल बिल्डिंग के अंदर ओपीडी से […]
तीन माह में आधा दर्जन बाइक व साइकिल चोरी
भागलपुर : सदर अस्पताल में बीते तीन माह में करीब आधा दर्जन बाइक व साइकिल चोरी हो चुकी है. यहां तक मरीज भी सुरक्षित नहीं हैं अब तो. बाइक-साइकिल चोरी हो न जाये, इसके लिए कर्मचारियों ने अपनी-अपनी बाइक-साइकिलों को अस्पताल बिल्डिंग के अंदर ओपीडी से लगे जांच केंद्राें के सामने खड़ा करना शुरू कर दिया है. मानो इन्हें भी सदर अस्पताल के सिस्टम पर भरोसा नहीं रह गया हो.
केस नंबर एक. बबरगंज निवासी मनोज कुमार पोद्दार अपने किसी परिचित का हीरो होंडा पैशन (बीआर 10 यू 1654) मांगकर अपनी बिटिया आद्या (उम्र 33 माह) को विटामिन ए का डोज दिलाने के लिए सदर अस्पताल आये थे. 12 अप्रैल को 12 बजे बाइक को सदर अस्पताल के बाहर खड़ी करने के बाद अंदर गये. पांच मिनट बाद लौटे तो बाइक को गायब थी. हैरान-परेशान मनोज ने इसकी लिखित सूचना सदर अस्पताल के प्रभारी को दी.
केस नंबर दो. जगदीशपुर प्रखंड के चांदपुर निवासी आरती कुमारी को 11 अप्रैल को बच्चा हुआ. मंगलवार को दोपहर 12 बजे एक अनजान युवक आरती कुमारी के बेड तक पहुंच गया और उसके पास रखे तमाम कागजात ले लिये. परिजनों ने समझा कि वह अस्पताल का कर्मचारी है. शक होने पर पूछताछ की तो युवक जालसाज पाया गया. फिर तो आरती के परिजनों व अन्य लोगों ने अच्छी तरह से खातिरदारी करके उसे अस्पताल के बाहर कर दिया.
हड़ताल पर गये होमगार्ड्स की ड्यूटी अब अस्पताल में नहीं लगेगी. उनकी जगह पर सिक्युरिटी गार्ड की तैनाती तीन से चार सप्ताह में की जायेगी. इसके लिए सिक्युरिटी एजेंसी के चयन की प्रक्रिया शुरू कर दी गयी है.
डॉ विजय कुमार सिविल सर्जन, भागलपुर