ग्रामीण अर्थव्यवस्था को करें जिंदा

भागलपुर : चंपारण सत्याग्रह शताब्दी पर टीएमबीयू के गांधी विचार विभाग में सोमवार को सत्याग्रह दिवस मनाया गया. सर्वधर्म प्रार्थना सभा के बाद गांधी शांति प्रतिष्ठान के उपाध्यक्ष प्रकाश गुप्ता की अध्यक्षता में संगोष्ठी हुई. ग्रामीणीकरण का अर्थशास्त्र व ग्राम स्वराज विषय पर आयोजित संगोष्ठी में विभागाध्यक्ष प्रो परमानंद सिंह ने कहा कि वैश्वीकरण के […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 18, 2017 6:55 AM

भागलपुर : चंपारण सत्याग्रह शताब्दी पर टीएमबीयू के गांधी विचार विभाग में सोमवार को सत्याग्रह दिवस मनाया गया. सर्वधर्म प्रार्थना सभा के बाद गांधी शांति प्रतिष्ठान के उपाध्यक्ष प्रकाश गुप्ता की अध्यक्षता में संगोष्ठी हुई.

ग्रामीणीकरण का अर्थशास्त्र व ग्राम स्वराज विषय पर आयोजित संगोष्ठी में विभागाध्यक्ष प्रो परमानंद सिंह ने कहा कि वैश्वीकरण के दौर में गरीबी व बेरोजगारी मिटाने का एक ही विकल्प है कि गांव की पुरानी अर्थव्यवस्था को जीवित किया जाये. इसका मतलब यह नहीं कि पुराने ढर्रे न चले जायें, बल्कि नयी तकनीक के समावेश से उन व्यवसायों को आधुनिक स्वरूप दें. इससे बड़े पैमाने पर रोजगार मिलेंगे और लोग धन्य-धान्य से संपन्न होंगे.
मुख्य वक्ता ग्रामीण अर्थशास्त्र के पूर्व विभागाध्यक्ष आरडी शर्मा ने कहा कि विकास की लंबी लकीर खींचनी होगी. जापान का उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा कि वहां जमीन कम है, लेकिन भारत से तीन गुणा उत्पादकता है. गांधी विचार विभाग के शिक्षक रह चुके विजय कुमार ने गांधी विचार के माध्यम से रोजगार पर व्याख्या किया. मंच संचालन व धन्यवाद ज्ञापन आनंद झा ने किया. इस दौरान छात्र-छात्राओं के अलावा गीतकार व रंगकर्मी मौजूद थे.

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