दिल्ली में काम करता था,होली में आया था

हत्या. पहले भी हुआ था अजय का विवाद भागलपुर : मोजाहिदपुर के कलबगंज धानुक टोला सरस्वती स्थान अखाड़ा के पास धानुक टोला निवासी अजय कुमार वर्मा की पास वहीं के वरुण राय ने लोहे के रॉड से गोद कर हत्या कर दी. अजय के परिजनों ने बताया कि वह दिल्ली में रहकर काम करता था. […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 26, 2017 4:46 AM

हत्या. पहले भी हुआ था अजय का विवाद

भागलपुर : मोजाहिदपुर के कलबगंज धानुक टोला सरस्वती स्थान अखाड़ा के पास धानुक टोला निवासी अजय कुमार वर्मा की पास वहीं के वरुण राय ने लोहे के रॉड से गोद कर हत्या कर दी. अजय के परिजनों ने बताया कि वह दिल्ली में रहकर काम करता था. वहां से होली में घर आया था. घर के बगल में जुआ होता देख वह भी वहां जाने लगा. कुछ लोगों का कहना है कि इससे पहले भी वरुण से अजय का विवाद हो चुका था. वरुण के बारे में कहा जा रहा है कि वह आपराधिक प्रवृत्ति का है. कई अन्य घटनाओं में भी वह शामिल रहा चुका है.
जहां जुआ होता है वह मेरी जमीन नहीं. घटनास्थल के पास खड़े वरुण के पिता मुस्सो ने कहा कि जिस जमीन पर जुआ खेला जा रहा था वह जमीन उसकी नहीं है जबकि लोगों ने बताया कि वरुण के जमीन पर ही जुआ खेला जाता है. वरुण के पिता मुस्सो ने माना कि वहां पर रोजाना जुआ होता है. आस-पास के लोगों के जुए के खेल में शामिल होने की बात उन्होंने कही.
और भी जगहाें पर जुआ होने की सूचना. जुआ अपराधियाें का अड्डा बनता जा रहा है. शहर में कई अन्य जगहों पर भी जुआ का अड्डा चलने की सूचना है. मुंदीचक मिनी मार्केट के पास एक मकान में लंबे समय से जुआ चल रहा था. हाल ही में पुलिस की छापेमारी के बाद जुआरियों ने जगह बदल दिया है. इसके अलावा बरारी के श्मशान घाट के बगल में स्थित बगीचे में भी रोजाना जुआ होने की सूचना मिल रही है. जुए के फड़ पर न सिर्फ पैसे का खेल होता है बल्कि वहां नशे का भी पूरा प्रबंध होता है.
डॉक्टर पर लापरवाही का आरोप दो घंटे तक हंगामा
अजय की मौत के बाद उसके परिजनों ने मायागंज स्थित अस्पताल में जमकर हंगामा किया. अजय के शव को अस्पताल के मुख्य गेट पर रख कर गेट को बंद कर दिया गया. लगभग दो घंटे तक हंगामा चलता रहा. किसी को भी गेट के अंदर या बाहर नहीं जाने-आने दिया गया. अजय के परिजनों का कहना है कि घायल अवस्था में उसे मायागंज लाया गया तो वह जिंदा था. मायागंज लाये जाने के लगभग एक घंटे बाद तक वह जिंदा रहा पर डॉक्टर ने उसका इलाज करना उचित नहीं समझा. अजय के भाई ने डॉक्टर पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कहा कि उसका सही समय पर इलाज किया जाता ताे उसकी मौत नहीं होती. अजय के भाई के साथ अस्पताल पहुंचे अन्य लोगों ने भी आरोप लगाया कि सावन के अंतिम सोमवारी में गंगा नहाने के दौरान डूबे मिरजान के युवक का भी डॉक्टर ने सही से इलाज नहीं किया था जिस वजह से उसकी मौत हो गयी थी.

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