सबौर: लोदीपुर पुलिस ने शातिर अपराधी गामा यादव को गिरफ्तार कर लिया है. कोहड़ा गांव में हत्या के बाद सीरियल डकैती कांडों में पुलिस को उसकी तलाश थी. गामा चमरू यादव गिरोह से ताल्लुक रखता है. सबौर के राजपुर बहियार में गोली मार कर हुई सोनी उर्फ चिंकी की हत्या में भी गामा यादव की संलिप्तता उजागर हुई है. सोनी गामा की पहली पत्नी थी. गामा की गिरफ्तारी भागलपुर पुलिस के लिए बड़ी उपलब्धि है. पुलिस गामा से पूछताछ कर रही है.
गुप्त सूचना पर लोदीपुर थानाध्यक्ष अमर कुमार ने पुलिस बल के साथ सादे लिबास में चौधरीडीह गांव में छापेमारी की. पुलिस को देख गामा भागने लगा. लेकिन थानाध्यक्ष ने उसे खदेड़ कर पकड़ लिया. सबौर पुलिस ने भी लोदीपुर पुलिस से संपर्क किया था.
तीन थानों में कई मामले हैं दर्ज
गामा के खिलाफ मोजाहिदपुर, बबरगंज और बरारी में गृहभेदन और लूट के कई मामले दर्ज हैं. गिरफ्तारी के बाद सभी थानों को इसकी सूचना दी गयी है.
घरवालों से करायी जायेगी पहचान
कोहड़ा में पांडेय दंपती के घर हुई डकैती में पुलिस गामा की संलिप्तता का पता कर रही है. घटना के चश्मदीदों से गामा की पहचान करायी जायेगी. इस कांड में डकैतों ने पूनम पांडेय और उनके पति धर्मेद्र पांडेय को पीट कर बुरी तरह से जख्मी कर दिया था. बाद में इलाज के क्रम में पटना में पूनम की मौत हो गयी थी.
एक साल पहले हुई थी शादी, पत्नी को मार डाला
एक साल पहले गामा की शादी सोनी उर्फ चिंकी से हुई थी. गामा के अपराधी होने का पता चलने पर सोनी ने उसे छोड़ दिया. इसके बाद सोनी ने शंभू उर्फ उत्तम यादव से प्रेम विवाह कर लिया. गुस्से में गामा ने सोनी की हत्या कर दी.
ललन तिवारी, सबौर
होली का त्योहार हो और भिट्ठी की याद नहीं आये, यह भला ऐसा कैसे हो सकता है. वर्षो से चल रही भिट्ठी की भट्ठी होली पर और गरम हो रही है. लोग अभी से ही दारू बुक कराने लगे हैं. सस्ता दारू पीने वालों का शाम होते ही तांता लग जाता है. अंधेरा होते भिट्ठी मयखाना में तब्दील हो जाता है. उत्पाद विभाग के अनुसार होली पर भिट्ठी गांव पर विशेष नजर होगी.
ग्रामीण क्षेत्र के मजदूर वर्ग के वैसे लोग जो सस्ता दारू पीने के आदि हैं या फिर होली में इसका लुत्फ उठाने वाले भिट्ठी आ रहे हैं. होली पर ग्रामीण क्षेत्र के बाहर रहने वाले अधिकतर मजदूर घर आते हैं जो सस्ता दारू पीना चाहते हैं. भिट्ठी में दर्जन भर भट्ठी से दारू चुलायी जाती है. इसे बेचने वालों की भी कमी नहीं है. गांव में कई लोग इस अवैध कारोबार में संलिप्त हैं.