सप्ताह भर से अंधेरे में स्मार्ट सिटी, जिम्मेदार बेफिक्र

हाइमास्ट लाइट का कनेक्शन कटने से शाम ढलते ही अंधेरे में डूब जाते हैं चौक-चौराहे भागलपुर : सप्ताह भर से हाइमास्ट लाइटों का कनेक्शन कटा है. स्मार्ट सिटी अंधेरे में डूबा है, मगर न तो प्रशासनिक अधिकारियों को कोई चिंता है, न जनप्रतिनिधियों को. लंबे समय से बकाया वसूली को लेकर फ्रेंचाइजी कंपनी और नगर […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 5, 2017 6:34 AM

हाइमास्ट लाइट का कनेक्शन कटने से शाम ढलते ही अंधेरे में डूब जाते हैं चौक-चौराहे

भागलपुर : सप्ताह भर से हाइमास्ट लाइटों का कनेक्शन कटा है. स्मार्ट सिटी अंधेरे में डूबा है, मगर न तो प्रशासनिक अधिकारियों को कोई चिंता है, न जनप्रतिनिधियों को. लंबे समय से बकाया वसूली को लेकर फ्रेंचाइजी कंपनी और नगर निगम की खींचतान का खामियाजा शहरवासी भुगत रहे हैं. कमिश्नर अजय कुमार चौधरी भी दोनों के बीच आपसी समन्वय स्थापित नहीं करा सके हैं. पब्लिक प्लेस की बिजली कटनी नहीं चाहिए, यह निर्देश कमिश्नर ने फ्रेंचाइजी कंपनी को हाल के कुछ दिन पहले समीक्षा बैठक में दिया था. फिर भी हाइमास्ट लाइट का कनेक्शन काटा गया. रोजाना शाम ढलते ही शहर के चौक-चौराहे अंधेरे में डूब जाते हैं. शहर का स्टेशन चौक, कचहरी चौक,सहित कई चौक पर लगे हाइ मास्ट लाइट बंद हैं.
पार्षद चुनाव में व्यस्त, लोगों की आवाज बनेगा कौन? : अगर किसी एक मुहल्ले की भी समस्या होती है, तो समस्या की पेचीदगी और गंभीरता बताने के लिए कोई न कोई खड़ा हो जाता है. यहां तो पूरे शहर की समस्या है. फिर भी कोई जनप्रतिनिधि अबतक सामने नहीं आया है. निवर्तमान पार्षद और पार्षद प्रत्याशी चुनाव में व्यस्त हैं. ऐसे में सवाल उठता है कि शहरवासियों की आवाज कौन बनेगा? हालांकि, 14 अप्रैल को जब हाइमास्ट का लाइट काटा गया था, तो डिप्टी मेयर ने कनेक्शन चालू कराया था. मगर उनको नगर निगम का साथ नहीं मिला. बकाया राशि भुगतान नहीं होने के चलते फ्रेंचाइजी कंपनी ने 27 अप्रैल को देाबारा कनेक्शन काट दिया है. डिप्टी मेयर ने बताया कि आचार संहिता है. इसको लेकर विवश हैं.
बेमानी लगने लगी अंधेरे में डूबे स्मार्ट सिटी के नाम पर चल रही तैयारियां : लोगों का कहना है कि शहर अंधेरे में डूबे हैं और इसको स्मार्ट करने की योजना चलायी जा रही है. स्मार्ट सिटी के नाम पर चल रही तैयारियां अब बेइमानी लगने लगी है. पब्लिक प्लेस की बिजली मूलभूत सुविधाओं में एक रहने के बावजूद इसको नजरअंदाज करके रखा है. स्मार्ट सिटी के नाम पर वाइ-फाई, जिम आदि से ज्यादा जरूरी चौक-चौराहों को रोशन करके रखना है. यह तभी संभव है, जब हाइमास्ट लाइट का कनेक्शन जुडेंगे और चौक-चौराहे रोशन होने लगेगा.
अंधेरे में शहर, बढ़ने लगी घटनाएं: अंधेरे में शहर रहने के चलते घटनाएं बढ़ने लगी है. सप्ताह भर के अंदर कई बड़ी घटनाएं हुई है. सांसद कहकशां परवीन के घर पर बम चला है, तो कई लोग छिनतई से बचे हैं. मोजाहिदपुर थाना क्षेत्र में भी बमबाजी हुई है. घटनाएं बढ़ती ही जा रही है. ऐसा ही अगर रहा, तो शाम के बाद लोगों को घर से निकलना मुमकिन नहीं होगा.

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