यतीमखाना की जमीन बचायी जायेगी

भागलपुर: यतीमखाना इसलामिया की जमीन को हर कीमत पर बचाया जायेगा. समाज के सभी वर्गो का सहयोग मिल रहा है. उक्त बातें यतीमखाना इसलामिया बचाओ संघर्ष कमेटी के संयोजक डॉ मजहर अख्तर शकील ने कही. रविवार को मुसलिम हाइस्कूल में कमेटी की बैठक हुई. उन्होंने कहा कि गरीब व यतीम बच्चों की यह जमीन है. […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 16, 2013 1:41 PM

भागलपुर: यतीमखाना इसलामिया की जमीन को हर कीमत पर बचाया जायेगा. समाज के सभी वर्गो का सहयोग मिल रहा है. उक्त बातें यतीमखाना इसलामिया बचाओ संघर्ष कमेटी के संयोजक डॉ मजहर अख्तर शकील ने कही. रविवार को मुसलिम हाइस्कूल में कमेटी की बैठक हुई.

उन्होंने कहा कि गरीब व यतीम बच्चों की यह जमीन है. इसी जमीन से इन बच्चों को दो वक्त की रोटी नसीब होती है. इसे बचाने के लिए आखिरी दम तक कानूनी लड़ाई लड़ी जायेगी. इसके लिए समिति के सदस्य और सभी समाज के लोगों का सहयोग मिल रहा है. सुन्नी वक्फ बोर्ड भी एक मुकदमा जमीन को बचाने के लिये करने जा रही है.

समिति के सदस्य गुलाम शब्बीर उर्फ पप्पू ने कहा कि यतीमखाना की जमीन वक्फ बोर्ड की संपत्ति है. पूर्व में यतीमखाना के कर्मचारी इमरान व भू-माफिया की मिलीभगत से जिछो स्थित 27 बीघा जमीन बेची गयी थी. समिति के लोग इसको लेकर गंभीर हैं.

सदस्य भोला खान ने यतीमखाना कमेटी के कार्यशैली पर सवाल उठाया. उन्होंने कहा कि कुछ लोगों की मदद से भू- माफिया को जमीन जनवरी में ही रजिस्ट्री कर दी गयी थी. बावजूद इसके कमेटी के लोगों को पता क्यों नहीं चल पाया. इसके लिए यतीमखाना कमेटी के लोग भी जिम्मेदार है. मो जरार हुसैन अशरफी ने कहा कि समिति के लोग अपनी पूरा ताकत लगा कर यतीमखाना की जमीन को वापस लायेंगे. समिति के लोग जल्द ही राज्यपाल व मुख्यमंत्री से मुलाकात करने पटना जायेंगे. इन सारे मामलों से अवगत कराया जायेगा.

बैठक में डॉ फारूक अली, मो हेमांयू, मो मजहरूल हक, मौलाना इकबाल अशरफी, मौलाना मंजूर आलम, मो रिंकू, मो डायमंड आदि उपस्थित थे.

Next Article

Exit mobile version