पांच दिन बाद भी नहीं सुधरी शाहजंगी की बिजली
भागलपुर : आंधी-तूफान में शाहजंगी बदरेआलमपुर की उड़ी बिजली पांचवें दिन बाद भी नहीं लौटी है. सोमवार की रात आंधी-तूफान में ट्रांसफॉर्मर जल गया था. ट्रांसफॉर्मर नहीं बदलने से दो मोहल्ले बदरेआलमपुर व रहमतबाग के लगभग 600 घर अंधेरे में डूबे हैं. मो कुंवर फारूख ने बताया कि एक ही ट्रांसफॉर्मर पर उक्त दोनों मोहल्ले […]
भागलपुर : आंधी-तूफान में शाहजंगी बदरेआलमपुर की उड़ी बिजली पांचवें दिन बाद भी नहीं लौटी है. सोमवार की रात आंधी-तूफान में ट्रांसफॉर्मर जल गया था. ट्रांसफॉर्मर नहीं बदलने से दो मोहल्ले बदरेआलमपुर व रहमतबाग के लगभग 600 घर अंधेरे में डूबे हैं. मो कुंवर फारूख ने बताया कि एक ही ट्रांसफॉर्मर पर उक्त दोनों मोहल्ले में बिजली की सप्लाई होती है. शिकायत के बाद भी ट्रांसफॉर्मर नहीं बदला गया. उपभोक्ताओं पर साढ़े तीन लाख का बकाया बता भुगतान करने के लिए कहा जा रहा है. जिस उपभोक्ता को 200-300 रुपये का बिल आता था, उसे 20-25 हजार रुपये का बिल आने लगा है.
उन्होंने कहा ट्रांसफॉर्मर बदले और बिल में सुधार करे, तो उन्हें पूरी बकाया राशि मिलेगी. बिजली नहीं रहने से दूसरे मोहल्ले से पानी लाना पड़ता है. ग्रामीण क्षेत्र में 72 घंटे में ट्रांसफॉर्मर बदलने का प्रावधान है, तो फिर इसे अमल में क्यों नहीं लाया जा रहा है. सरकारी बिजली कंपनी चुप क्यों है. आंधी-तूफान से चरमरायी बिजली व्यवस्था पटरी पर लौटने का नाम नहीं ले रही. बिजली के बिना ऊमस भरी गरमी में लोग बेहाल हो रहे हैं. तेज हवा के झोंके से शहर के विभिन्न इलाकों में दर्जनों बिजली का पोल गिरे हैं.
पोल गिरने व तार टूटने से शहर में बिजली की व्यवस्था पूरी तरह चरमरा गयी है. डाक विभाग व रेलवे के क्वार्टरों में बिजली की व्यवस्था पटरी पर नहीं लौटी है. ट्रिपिंग से गहरा रहा बिजली संकट : बरारी विद्युत उपकेंद्र की लाइन ट्रिप करती रही और इससे सेंट्रल जेल और मायागंज विद्युत उपकेंद्र से जुड़े पूर्वी शहर की बिजली आपूर्ति प्रभावित होती रही. यही हाल सिविल सर्जन विद्युत उपकेंद्र की रही. इस पर स्थापित टीटीसी विद्युत उपकेंद्र की भी बिजली आपूर्ति प्रभावित हुई. दक्षिणी शहर में भी लाइन ट्रिपिंग के चलते बिजली आती-जाती रही है.