एमआरआइ ने अटकाया पीजी मेडिसिन की मान्यता की राह में रोड़ा

भागलपुर : जेएलएनएमसीएच को एमबीबीएस में 100 सीट की स्थायी मान्यता का सौगात एमसीआइ ने दिया है, वहीं एक अदद एमआरआइ मशीन की कमी ने पीजी मेडिसिन की मान्यता की राह में ब्रेक लगा दिया. एमसीआइ की ओर से जारी नोटिस के अनुसार, जेएलएनएमसीएच में पीजी मेडिसिन की मान्यता नहीं दी जा रही है. कुछ […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 25, 2017 6:05 AM

भागलपुर : जेएलएनएमसीएच को एमबीबीएस में 100 सीट की स्थायी मान्यता का सौगात एमसीआइ ने दिया है, वहीं एक अदद एमआरआइ मशीन की कमी ने पीजी मेडिसिन की मान्यता की राह में ब्रेक लगा दिया. एमसीआइ की ओर से जारी नोटिस के अनुसार, जेएलएनएमसीएच में पीजी मेडिसिन की मान्यता नहीं दी जा रही है.

कुछ माह पहले जेएलएनएमसीएच का दौरा एमसीआइ की टीम ने की थी. एमसीआइ ने पाया कि पीजी मेडिसिन के जरूरी एमआरआइ मशीन जेएलएनएमसीएच में नहीं है. एमसीआइ ने रिपोर्ट में कहा कि विभाग में बेड एक्युपेंसी भी संतुलित नहीं है. इस आधार पर इस साल अपेक्षित पीजी मेडिसिन को मान्यता नहीं दी गयी. जेएलएनएमसीएच के प्राचार्य डॉ अर्जुन कुमार सिंह ने कहा कि हम स्टेट हेल्थ सोसाइटी व बीएमएसआइसीएल से पुन: पत्राचार करके जेएलएनएमसीएच में एमआरआइ लगायेंगे.

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