एकेडमिक कैलेंडर पर ग्रहण!

भागलपुर: तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय प्रशासन वर्तमान में विभिन्न मामलों में चाह कर भी बड़े फैसले नहीं ले सकता है. विश्वविद्यालय में कई अलग-अलग कार्यो के लिए कमेटियां गठित ही नहीं है. इसके कारण एकेडमिक कैलेंडर लागू होने पर भी ग्रहण लग सकता है. ऐसी 18 कमेटियों को एक माह पूर्व रद्द कर दिया गया था, […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 20, 2014 10:49 AM

भागलपुर: तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय प्रशासन वर्तमान में विभिन्न मामलों में चाह कर भी बड़े फैसले नहीं ले सकता है. विश्वविद्यालय में कई अलग-अलग कार्यो के लिए कमेटियां गठित ही नहीं है. इसके कारण एकेडमिक कैलेंडर लागू होने पर भी ग्रहण लग सकता है. ऐसी 18 कमेटियों को एक माह पूर्व रद्द कर दिया गया था, लेकिन इसका पुनर्गठन नहीं किया गया.

कुलपति प्रो रमा शंकर दुबे ने विश्वविद्यालय में योगदान देते ही पत्रकारों को बताया था कि एकेडमिक कैलेंडर लागू करना उनकी प्राथमिकता होगी. दूसरी तरफ रद्द की गयी 18 कमेटियों में एकेडमिक कैलेंडर कमेटी भी शामिल है. 30 मार्च तक पार्ट थ्री का रिजल्ट प्रकाशन होने के बाद एकेडमिक कैलेंडर लागू करने की प्रक्रिया भी शुरू होने की संभावना है. ऐसी स्थिति में जानकार मानते हैं कि बिना कमेटी के एकेडमिक कैलेंडर लागू करना मुश्किल है.

यही नहीं रिजल्ट प्रकाशन के बाद विभिन्न कॉलेजों व पीजी विभागों में नामांकन शुरू हो जायेगा. नामांकन के दौरान किसी बड़े निर्णय के लिए मामला एडमिशन कमेटी निबटाती है. दूसरी ओर एडमिशन कमेटी भी रद्द है. लाइब्रेरी के विकास के लिए भी वर्तमान में कोई बड़ा प्रयास नहीं किया जा सकता. लाइब्रेरी कमेटी भी रद्द कमेटियों में शामिल है. इस मामले में टीएमबीयू के वीसी प्रो रमाशंकर दुबे ने बताया कि सिंडिकेट ने कमेटी के पुनर्गठन की जिम्मेवारी कुलपति को सौंपी थी. कमेटी का पुनर्गठन शीघ्र हो जायेगा. तब तक पुराने कमेटी से काम चला रहे हैं.

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