दवा दुकानदार हड़ताल पर, भटकते रहे मरीजों के परिजन
भागलपुर. पांच सूत्री मांगों को लेकर भागलपुर जिला केमिस्ट्स एंड ड्रगिस्ट्स एसोसिएशन ने मंगलवार को जिले के 1200 दवा दुकानों में 1000 दुकानों को बंद कराया. शहर में 700, तो मुख्य बाजार में 500 दवा दुकानें बंद रही, इससे मरीजों की परेशानी बढ़ गयी. दवा के लिए मरीजों के परिजन भटकते रहे. दवा कारोबारियों का […]
भागलपुर. पांच सूत्री मांगों को लेकर भागलपुर जिला केमिस्ट्स एंड ड्रगिस्ट्स एसोसिएशन ने मंगलवार को जिले के 1200 दवा दुकानों में 1000 दुकानों को बंद कराया. शहर में 700, तो मुख्य बाजार में 500 दवा दुकानें बंद रही, इससे मरीजों की परेशानी बढ़ गयी. दवा के लिए मरीजों के परिजन भटकते रहे.
दवा कारोबारियों का दो करोड़ से अधिक का कारोबार प्रभावित हुआ. एमपी द्विवेदी रोड स्थित दवा बाजार में होमियोपैथ की दवा दुकानों को छोड़ सभी 500 एलोपैथिक दवा की 150 थोक व अन्य खुदरा दवा दुकानें बंद रही. दवा दुकानदार सह एसोसिएशन के संगठन सचिव प्रदीप जैन ने बताया कि बंद शांतिपूर्ण और सफल रहा.
बंद करायी दुकानें, दिया धरना : जिला केमिस्ट्स एंड ड्रगिस्ट्स एसोसिएशन के अध्यक्ष घनश्याम दास कोटरीवाल, संगठन सचिव प्रदीप जैन, अरुण गुप्ता मुन्ना, सुरेंद्र सिंह, मनोज महाराणा, विजय गुप्ता आदि दुकानदारों ने शहर के विभिन्न क्षेत्र में जाकर दवा दुकानों को बंद कराया.देवी बाबू धर्मशाला के समीप एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने धरना दिया. धरना में फार्मासिस्ट की अनिवार्यता में संशोधन करने, ऑन लाइन सेल्स ऑफ मेडिसीन बंद करने, दवा व्यापार में ई-पोर्टल नीति लागू नहीं करने, दवाओं के मूल्य निर्धारण व बिक्री के संबंध में केंद्रीय कानून में होने वाले संशोधन में आम जनता के साथ-साथ केमिस्ट का ख्याल रखने व दवा कारोबार से संबंधित पुराने व जटिल केंद्रीय कानून में संशोधन करने की मांग की गयी.