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केरल में हत्या, बिहार में आक्रोश, ABVP ने निकाला मार्च

केरल के वायनाड के एक मेडिकल कॉलेज में हुई छात्र की हत्या के विरोध में ABVP ने भागलपुर में मार्च निकाला.

भागलपुर. अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) नगर इकाई के बैनर तले मंगलवार को केरल में पशु चिकित्सा विज्ञान के द्वितीय वर्ष के छात्र जेएस सिद्धार्थन की हत्या के विरोध में टीएनबी कॉलेज से आक्रोश मार्च निकाला गया. मार्च विवि पहुंच कर धरना में बदल गया. प्रदेश सह मंत्री हैप्पी आनंद व जिला संयोजक रोहित राज ने कहा कि सिद्धार्थ की हत्या ने पशु चिकित्सा समुदाय को झकझोर दिया है. नगर मंत्री गौतम साहू ने कहा कि जेएस सिद्धार्थ की निर्ममता से हत्या के आरोपी एसएफआइ के गुंडों को कड़ी से कड़ी सजा दी जाये. मौके पर कुणाल पांडे, कोमल, रोजी, हर्षवर्धन, सनी, मयंक, शिव सागर, आनंद राज, अंकित राज, अनुज चौरसिया, नीरज, देव सूरज, आयुष, राजशेखर, आशीष आदि आदि मौजूद थे.

बेरहमी से हुई सिद्धार्थ की पिटायी

केरल के वायनाड के एक मेडिकल कॉलेज में फरवरी माह में एक छात्र जे एस सिद्धार्थ की मौत के विषय में नये खुलासे हुए हैं. छात्र की मौत हॉस्टल में रैगिंग के दौरान प्रताड़ना के बाद हुई थी. रैगिंग लेने वालों में वामपंथी छात्र संगठन के गुंडे भी शामिल थे. अब इस विषय में एंटी रैगिंग कमिटी की रिपोर्ट आयी है. कमेटी की रिपोर्ट में बताया गया है कि सिद्धार्थ 15 फरवरी, 2024 को कॉलेज से घर के लिए निकल गया था. हालांकि, उसे फोन करके वापस हॉस्टल बुलाया गया. सिद्धार्थ 16 फरवरी की सुबह हॉस्टल लौट आया. इसके बाद प्रताड़ना का दौर चालू हुआ.

रिपोर्ट में बताया गया है कि उसे दूसरे हमलावर छात्रों द्वारा कॉलेज के पास एक पहाड़ी पर ले गया गया, यहां उसको बुरी तरीके से मारा पीटा गया. उसको मारने पीटने के लिए तार, बेल्ट और ऐसी ही चीजों का उपयोग किया गया. इसके बाद उसे वापस पकड़ कर हॉस्टल लाया गया.

यहां कमरा नंबर 21 में उसे दुबारा प्रताड़ना दी गयी. उसके पेट और पीठ पर मुक्के मारे गये. कई छात्र उसे काफी देर तक पीटते रहे. सिद्धार्थन को इसके बाद सार्वजनिक रूप से माफ़ी मांगने को कहा गया. सिद्धार्थ पर आरोप लगाया गया कि उसने एक लड़की से बदतमीजी की थी.

उसे हॉस्टल में मात्र एक अंडरवियर में लाया गया और सबके सामने माफ़ी मंगवायी गयी. इसके बाद उसकी हॉस्टल में परेड निकाली गयी. इस परेड के दौरान भी उस पर हमले हुए और प्रताड़ना चलती रही. सबके बीच में सिद्धार्थ को पीटा गया. इसके बाद वापस सिद्धार्थ को हॉस्टल के अंदर लाकर प्रताड़ना दी गयी.

सिद्धार्थ को इतना मारा गया कि उसके पेट में दर्द उठा. कुछ छात्रों ने उसकी जांच के बाद कुछ दवा दी. बताया गया कि सिद्धार्थ को खाना तक नहीं दिया गया था. इसके बाद 18 फरवरी को सिद्धार्थ का शव एक बाथरूम में लटकते हुए पाया गया. इस बात की जानकारी डीन को भी दी गयी.

कॉलेज और हॉस्टल प्रशासन ने इस पर कार्रवाई करने के बजाय मामला छुपाने का प्रयास किया. कमिटी की रिपोर्ट में बताया गया है कि सिद्धार्थन को प्रताड़ना देते हुए 130 छात्रों ने देखा. 97 छात्र और शिक्षक इस विषय में कमिटी के सामने पेश हुए. हालांकि, कई लोग पूरी जानकारी देने बच रहे हैं.

इस मामले का मुख्य आरोपित शिंजो जॉनसन है, जिसने सिद्धार्थन को सबसे ज्यादा प्रताड़ना दी. इस मामले में 18 छात्रों को आरोपित बनाया गया था. यह सभी पुलिस की गिरफ्त में हैं. इनमे से कुछ वामपंथी छात्र संगठन के सदस्य थे. सिद्धार्थ के पिता का कहना है कि उनके बेटे को मारा गया है.

उन्होंने पुलिस पर धीमी कार्रवाई का आरोप भी लगाया था. सिद्धार्थ के माता पिता केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन से भी मिले थे. उन्होंने सीबीआइ जांच की मांग की था. विजयन ने कहा है कि मामले में राज्य की पुलिस कार्रवाई कर रही है लेकिन राज्य सीबीआइ को जांच सौंपेगा.

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