भागलपुर . सृजन महिला विकास सहयोग समिति लिमिटेड के जमाकर्ताओं व कर्जदारों के खाते की डिजिटाइज्ड विवरणी एक सप्ताह बाद सीबीआइ को सौंप दी जायेगी. इस बीच सहकारिता विभाग कंप्यूटर में इंट्री किये सभी 12 हजार खाते का मिलान मूल रजिस्टर से करने का काम पूरा करेगा. इस विवरणी से सीबीआइ को इस बात का पता चल जायेगा कि सृजन ने कितने आम लोगों के पैसे हजम कर लिये और सृजन के पैसे कर्ज के रूप में लेकर कितने लोग धन्नासेठ बने.
सृजन महिला विकास सहयोग समिति लिमिटेड के 12 हजार जमाकर्ताओं व कर्जदारों के खाते की कंप्यूटर पर डाटा इंट्री सहकारिता विभाग द्वारा पूरी कर दी गयी है. शनिवार को जिला सहकारिता पदाधिकारी जैनुल आबदीन अंसारी ने सृजन के प्रशासक को अब इस खाते का मिलान मूल रजिस्टर से करने का निर्देश दिया, जो सोमवार से शुरू होगा.
सीबीआइ के डिप्टी एसपी राजीव रंजन ने सृजन के सभी जमाकर्ताओं व कर्जदारों के खाते को डिजिटाइज्ड कर उपलब्ध कराने का निर्देश दिया था. वर्ष 2019 से चल रहा काम पूरा हो चुका है. अब सीबीआइ को उपलब्ध कराना है.