अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं पर 21 जुलाई को हुए लाठी चार्ज पर विरोध जताया गया है. बुधवार को एबीवीपी के छात्र नेता ने विवि प्रशासनिक भवन में प्रेसवार्ता कर कहा कि छात्रों की समस्या का निदान टीएमबीयू में नहीं किया जाता है. छात्र अपनी मांग को लेकर आते हैं, तो उन पर लाठी चार्ज कराया जाता है. परिषद के प्रदेश सह मंत्री हैप्पी आनंद, जिला संयोजक रोहित राज, प्रदेश समिति सदस्य कुणाल पाण्डेय, नगर मंत्री गौतम साहू ने सामूहिक रूप से कहा कि बिहार एकमात्र ऐसा राज्य है, जहां शिक्षा पर सबसे अधिक खर्च किया जाता है. छात्र नेताओं ने नौ सूची मांगों की सूची विवि प्रशासन के समक्ष रखी है. इसमें पीजी हॉस्टल की व्यवस्था को ठीक करायें. पीजी हॉस्टलों तक जाने वाली सड़कों का निर्माण, पीजी व कॉलेज में पुस्तकालय की व्यवस्था को बेहतर करने समेत आदि मांगें शामिल हैं. विद्यार्थियों के साथ शिक्षकों से जुड़ी मांगे भी सूची में शामिल है. जिनमें शिक्षकों को समय से प्रमोशन देने व क्वार्टर उपलब्ध कराने की मांग शामिल है. छात्र नेताओं ने कहा कि सभी मांगों को लेकर परिषद के कार्यकर्ता चरणबद्ध आंदोलन करेगा.—————————————– कुलपति का पुतला फूंका मारवाड़ी कॉलेज में एबीवीपी की ओर से बुधवार को छात्र विरोधी नीति के खिलाफ कुलपति का पुतला जलाया गया. साथ ही विवि प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की. कॉलेज अध्यक्ष शिव सागर व नगर सह मंत्री प्रांजल वाजपेयी ने कहा कि मदन अहिल्या महिला कॉलेज नवगछिया में परिषद के कार्यकर्ताओं के साथ मारपीट व छात्राओं के साथ दुर्व्यवहार करने वाले पदाधिकारी के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर टीएमबीयू में प्रदर्शन के दौरान छात्र नेताओं पर लाठीचार्ज कर उन्हें जेल भेजा गया. छात्र नेताओं ने कहा कि उनका आंदोलन जारी रहेगा. इस अवसर पर शृष्टि भारती, आशीष, प्रिंस कुमार, कृष्णा आदि मौजूद थे.
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