डाकघर की अग्रिम बुक नॉव पे लेटर योजना फेल, नहीं मिल रहे ग्राहक
डाकघर की अग्रिम बुक नॉव पे लेटर योजना फेल, नहीं मिल रहे ग्राहक
भागलपुर डाकघर में चिट्ठी-पतरी का तो काम वैसे ही नहीं के बराबर हो रहा है. अग्रिम बुक नॉव पे लेटर (एबीएनपीएल) योजना भी फेल हो चुकी है. केवल बुक नॉव पे लेटर (बीएनपीएल) योजना को सरकारी विभागों के चलते थोड़ा-बहुत अस्तित्व में है. वरना, यह भी कभी का फेल कर गया रहता. दरअसल, डाक विभाग की अनदेखी के चलते योजनाओं को गति नहीं मिल रही है. अग्रिम बुक नॉव पे लेटर (एबीएनपीएल) व बुक नाओ पे लेटर (बीएनपीएल) दो ऐसी योजना है, जिसमें रजिस्टर्ड डाक, स्पीड पोस्ट व बिजनेस पार्सल आदि लेने के लिए डाककर्मी ग्राहक के पास जाता है और वही लेटर चिपकाने से लेकर पोस्ट करने तक का कार्य करता है.
एबीएनपीएल : अग्रिम जमा करानी पड़ती है राशिअग्रिम बुक नॉव पे लेटर एबीएनपीएल में दस हजार रुपये से कम की डाक होने पर ग्राहक को अग्रिम राशि जाम करानी होती है. डाककर्मी डाक लेने जाता है. इस पर डाक की राशि उसकी जमा राशि से काटी जाती है. एक बार डाककर्मी के जाने पर 20 रुपये लिए जाते हैं, लेकिन शर्त यह रहता है कि कम से कम 20 आर्टिकल होने चाहिए. आर्टिकल की संख्या 21 होने पर प्रति आर्टिकल 2 रुपये अतिरिक्त लगता है.
बीएनपीएल : महीने में हिसाब कर जमा करनी पड़ती बिल की राशि बुक नाओ पे लेटर (बीएनपीएल) योजना में 10 हजार रुपये से अधिक की डाक पोस्ट करने वाले ग्राहक शामिल होते हैं, जो माह खत्म होने पर बिल राशि जमा करा सकते हैं. इसमें शहरी क्षेत्र के 20 किमी के दायरे में एक माह में दस हजार रुपये से अधिक की डाक होने पर डाककर्मी डाक पिक अप करने जाता है और कोई शुल्क नहीं लिया जाता है. ये आइटम भेजे जा सकते हैं. इन योजनाओं में रजिस्टर्ड डाक, स्पीड पोस्ट, बिजनेस पार्सल आदि के साथ ही इ कॉमर्स (मिर्च-मसाले, सूखी चीजें, फैंसी आइटम व अन्य) भेजी जा सकती है.
एबीएनपीएल योजना के तहत अग्रिम जमा करानी पड़ती है. इस कारण से इस योजना के लिए कोई आगे नहीं आया है. बीएनपीएल योजना की सुविधा का लाभ सरकारी विभागों द्वारा उठाया जा रहा है. आर्टिकल की बुकिंग को कलेक्ट किया जाता है और उनकी ओर से चेक के द्वारा भुगतान किया जाता है.
चंद्रशेखर मंडल, उपडाकपालप्रधान डाकघर, भागलपुर