पारंपरिक खेल मलखंब को बढ़ावा देने की जरूरत है. भागलपुर की पहचान मलखंब को फिर से लौटाने की जरूरत है. मलखंब सीखने के लिए उम्र आड़े नहीं आता. खुद उन्होंने 82 साल के शांतिलाल को मलखंब सिखाया, जिसने 2019 में 15 देशों के खिलाड़ियों के बीच यादगार प्रदर्शन करके हैरत में डाल दिया. इतना ही नहीं नेत्रहीन विद्यालय के छात्र-छात्राओं को मलखंब कराया. अब ओलंपिक में नेत्रहीन छात्र-छात्राएं बेहतर प्रदर्शन कर रही है. उक्त बातें पद्मश्री मलखंब कोच उदय वी देशपांडेय ने शनिवार को कही. मौका था लायंस क्लब ऑफ भागलपुर की ओर से मारवाड़ी व्यायामशाला परिसर में आयोजित सम्मान समारोह सह मलखंब कार्यशाला का.
पद्मश्री श्री देशपांडेय ने कहा कि भागलपुर में जब भी उनकी जरूरत होगी, वे उपस्थित मिलेंगे. उनका जुड़ाव भागलपुर से पुराना है. उज्जैन में एक समय नेशनल लेवल पर मलखंब प्रतियोगिता हुई थी, जिसमें भागलपुर के कुलपति डॉ पवन पोद्दार समेत अन्य मंजे हुए खिलाड़ी शामिल थे. उन्होंने उत्कृष्ट प्रदर्शन किया था. आज भी भागलपुर के छात्र आकाश सिंह हूनरबाज रियलिटी शो में विनर बने और अब इटली में गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड वाली टीम में शामिल होकर परचम लहराया. मलखंब के जरिये भागलपुर के युवा ओलंपिक में परचम लहरा सकते हैं. यह उनका विश्वास है. यहां की मिट्टी काफी उर्वर है.
समारोह में लायंस क्लब के अध्यक्ष मनीष बुचासिया, मंत्री नंदकिशोर पोद्दार, संयोजक आशीष सराफ, अध्यक्ष शिव कुमार केडिया, महासचिव सत्यनारायण पोद्दार, गिरधारी केजरीवाल, पंकज टंडन, रामगोपाल पोद्दार, अशोक भिवानीवाला, मीनू सलारपुरिया, केबी झुनझुनवाला, विकास झुनझुनवाला, रंजीत सिंह, सुमित जैन आदि ने पद्मश्री श्री देशपांडेय, हुनरबाज आकाश सिंह, मुंबई की साक्षी मांजरेकर को सम्मानित किया. कार्यक्रम में मुख्य अतिथि बिहार राज्य बाल श्रमिक आयोग के पूर्व उपाध्यक्ष राजीवकांत मिश्रा थे, तो विशिष्ट अतिथि पूर्व डिप्टी मेयर डॉ प्रीति शेखर थीं. मंच का संचालन ज्योतिपुंज मेहरोत्रा ने किया.वुशू के नेशनल व इंटरनेशनल खिलाड़ियों को कराया मलखंब
वुशू कोच राजेश साह के निर्देशन में प्रशिक्षित नेशनल व इंटरनेशनल वुशू खिलाड़ी आद्या, जिया कुमारी, अर्पिता दास, आर्शी आनंद, अनन्या चौधरी ने वुशू का हैरत अंगेज प्रदर्शन किया. फिर आकाश सिंह एवं साक्षी मांजरेकर ने मलखंब का प्रदर्शन किया. अतिथियों ने खूब वाहवाही की. स्वर्णकार संघ के 63 वर्षीय अध्यक्ष शिव कुमार वर्मा व आशीष सर्राफ ने मुगदर घुमाया, फिर पद्मश्री श्री देशपांडेय ने वुशू खिलाड़ियों को मलखंब के टिप्स दिये और मलखंब कराकर दिखाया.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है