Bhagalpur news कृषि विभाग के अधिकारियों ने खेतों का किया निरीक्षण, दी बचाव की जानकारी
कृषि विभाग के अधिकारियों ने खेतों का किया निरीक्षण, दी बचाव की जानकारी
कृषि विभाग के शष्य प्रक्षेत्र के सहायक निदेशक रमेश कुमार रमन, अनुमंडल कृषि पदाधिकारी अरविंद कुमार सिंह व गोपालपुर प्रखंड के प्रखंड कृषि पदाधिकारी ने सुकटिया बाजार, सैदपुर व तिनटंगा करारी बहियार में मक्के व मसूर सहित अन्य फसलों में लग रहे उखड़ा व फाॅल आर्मी की बीमारी से नुकसान का निरीक्षण किसानों के खेतों में जाकर किया और उन्हें बचाव की जानकारी दी. गोपालपुर के कृषि बीज गुणक प्रक्षेत्र का निरीक्षण किया. मसूर में लग रहे उखड़ा बीमारी के बारे में कहा कि समय रहते इस पर ध्यान नहीं दिया गया, तो फसल पूरी तरह से बर्बाद हो जायेगी. मसूर और मक्के पर दवाई का छिड़काव करने को कहा. मक्के के बचाव के लिए इमो मैकटीन बेंजोएट नामक दवा एक ग्राम प्रति लीटर पानी में मिला कर छिड़काव करने से राहत मिलेगी. मसूर में लग रहे उखडा बीमारी में कार्बन जाईम प्लस मेनका एंजाइम 3 ग्राम प्रति लीटर पानी में या कॉपर ऑक्सो क्लोराइड का छिड़काव करने से राहत मिलेगी. ठंड बढ़ने से इन सभी कीटों का प्रकोप होता है.
कहते हैं विशेषज्ञ
अनुमंडल कृषि पदाधिकारी व पौधा विशेषज्ञ अरविंद सिंह कहते हैं कि ठंड से फाल आर्मी कीट मक्के पर असर डालता है. यह कीट गर्मी और सर्दी दोनों मौसम में मक्के के लिए नुकसानदायक है. किसान हर समय सचेत रहें. मक्के की फसल इस कीट को काफी रुचिकर होता है. इसलिए इस पर अधिक प्रहार करता है. मक्के की फसल को बचाने के लिए प्रबंधन एवं नियंत्रण दोनों जरूरी है. कीट मक्के की फसल को नुकसान कर पूरी तरह खेत खाली कर देता है. यह दूसरी फसल को भी नुकसान पहुंचता है. बचाव के लिए रासायनिक कीटनाशक दवा का समय पर उपयोग करने को कहा.कीट की पहचान
जो आर्मी कीट लावा हल्के गुलाबी या भूरे रंग का दिखता है. इनके शरीर पर चार बड़े धब्बे होते हैं. पीठ के नीचे तीन पतले सफेद धारियां होती हैं. इनके सिर और आंखों पर उल्टा अंग्रेजी आकार में वाई लिखा रहता है. यह पत्तियों के निचले हिस्से में समूह में अंडे देता है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है