भागलपुर में हवाई अड्डे के विकास की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण (एएआइ) ने साइट विजिट और पूर्व व्यवहार्यता (फिजिबलिटी) अध्ययन के लिए वित्तीय वर्ष 2024-25 में 37,87,800 रुपये की राशि स्वीकृत की है. भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण को यह राशि सिविल विमानन निदेशालय, पटना द्वारा प्रदान की जायेगी. निर्देशित किया गया है कि इस राशि का उपयोग केवल साइट विजिट और पूर्व व्यवहार्यता अध्ययन के लिए ही किया जायेगा. किसी अन्य उद्देश्य के लिए इसका उपयोग नहीं होगा. इस पहल से क्षेत्रीय कनेक्टिविटी को सुदृढ़ करने और भागलपुर हवाई अड्डे के उन्नयन की दिशा में प्रगति की उम्मीद बढ़ गयी है.
भागलपुर जिला प्रशासन ने भागलपुर में हवाई अड्डा के संचालन को लेकर तीन जगहों पर जमीन चिह्नित करते हुए प्रस्ताव भेज चुका है. इसमें गोराडीह, अकबरनगर और सुलतानगंज शामिल है. इससे यह उम्मीद जग रही है कि हवाई अड्डा के निर्माण की दिशा में कार्रवाई में और तेजी आनेवाली है. लेकिन जब तक जमीन चिह्नित होकर भू-अर्जन की कार्रवाई शुरू नहीं हो जाती, तब तक कुछ भी कहना जल्दबाजी होगी.
भागलपुर से सिविल विमानन निदेशालय को भेजे गये प्रस्तावों में गोराडीह में 379 एकड़, सुलतानगंज-देवघर रोड से पश्चिम और निर्माणाधीन फोरलेन से दक्षिण 855 एकड़ और अकबरनगर-शाहकुंड रोड से पश्चिम और फोरलेन से दक्षिण 833.5 एकड़ जमीन चिह्नित की गयी है.
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